अयोध्या में श्रीरामजन्म भूमि में निर्माणाधीन दिव्य मंदिर में रामलला के श्रीविग्रह की प्राण प्रतिष्ठा की तारीख तय हो गई है। साप्ताहिक अनुष्ठान 17 से 24 जनवरी तक होगा। 24 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा होने के साथ उनके नेत्र भी खोल दिए जाएंगे।इसके साथ ही आम श्रद्धालुओं के लिए रामलला के दिव्य दर्शन भी शुरू हो जाएंगे।रामलला के मंदिर का तेजी से निर्माण चल रहा है। गर्भगृह की छत का निर्माण लगभग पूरा हो गया है और अब अलग-अलग मंडपों के गोपुरम निर्माण की तैयारी है। राम मंदिर की संरचना में गर्भगृह के ठीक सामने गूढ़ी मंडप, दाएं-बाएं कीर्तन मंडप, गूढ़ी मंडप के आगे नृत्य मंडप व उसके पहले व सिंहद्वार के मध्य रंग मंडप का निर्माण किया गया है। इन सभी मंडपों को मिला कर कुल पांच गोपुरम का निर्माण प्रस्तावित है।श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र के न्यासी डा.अनिल मिश्र कहते हैं कि 14/ 15 जनवरी 2024 को सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेंगे। इसके कारण मकर संक्रांति 15 जनवरी को मनाई जाएगी। इसी तिथि से सूर्यदेव उत्तरायण भी होंगे और मांगलिक कार्यक्रम भी शुरू होंगे। इसलिए अनुष्ठान 17 जनवरी को शुभ मुहूर्त में होगा। बताया गया कि अनुष्ठान के अंतिम दिन प्राण प्रतिष्ठा के साथ भगवान के नेत्र खोले जाएंगे। उसके बाद ही दर्शन शुरू होगा।
भूमि पूजन की ही तर्ज पर प्रतिष्ठा महोत्सव
रामलला के प्रतिष्ठा समारोह को देशव्यापी बनाने की योजना के चलते अयोध्या के मुख्य समारोह में आमंत्रित अतिथियों की संख्या को फिर सीमित करने पर विचार किया जा रहा है। पांच अगस्त 2020 को राम मंदिर के भूमि पूजन के दौरान कोरोना की वैश्विक महामारी का संकटव्याप्त था। इस कारण अतिथियों को सीमित संख्या में आमन्त्रित किया गया था। फिलहाल प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में पहले अतिथियों की लिस्ट फाइनल कर ली जाएगी। आम लोगों के श्रद्धा को ही ध्यान में रखते हुए देश भर में रामलला की प्राणप्रतिष्ठा समारोह आयोजित किए जाएंगे।
विशिष्ठ जनों को रामटंका होगी भेंट
अयोध्या में जनवरी में आयोजित होने वाले इस महोत्सव में आमन्त्रितों को स्मृति चिन्ह के रूप में चांदी के दस ग्राम का सिक्का भी दिया जाएगा। इस सिक्के को राम टंका नाम दिया गया है। इस सिक्के पर रामलला के चित्र के साथ राम मंदिर की आकृति भी उकेरी जाएगी।