रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव के मौके पर 22 जनवरी की व्यवस्थाओं को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर बुधवार को फिर से शासन व जिला प्रशासन के अधिकारियों एवं श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र के पदाधिकारियों के साथ समन्वय बैठक हुई।
यह बैठक श्रीरामजन्म भूमि कार्यशाला रामघाट पर सुबह साढ़े दस बजे शुरू हुई और दोपहर करीब दो बजे तक चली। बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत आमन्त्रित विशिष्ट अतिथियों एवं संत-महंतों के आवागमन एवं उनके रूट के अलावा आवासीय व्यवस्थाओं पर गहन विचार विमर्श किया गया। इस बैठक में तय किया गया कि आम श्रद्धालुओं के लिए रामलला का दर्शन 20 जनवरी से बंद कर दिया जाए। बैठक में एडीजी सुरक्षा पीयूष मोर्डिया भी मौजूद रहे।
कमिश्नर गौरव दयाल ने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था के कारणों से आम श्रद्धालुओं के लिए रामलला का दर्शन तीन दिनों 20 -21 व 22 जनवरी को बंद रहेगा। पुनः 23 जनवरी से दर्शन शुरू होगा। कमिश्नर दयाल ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रोटोकाल के अनुसार सभी व्यवस्थाएं की जाएंगी और कार्यक्रम व्यवस्थित ढंग से संपादित कराने का भी प्रयास किया जाएगा। फिलहाल तीर्थ क्षेत्र की वृहद प्लानिंग बहुत बढ़िया है। उनकी ओर से भी काफी स्वयंसेवक तैनात किए जा रहे हैं।
संतों समेत सात हजार अतिथियों के शामिल होने का अनुमान
कमिश्नर ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा के महोत्सव में संतों को मिलाकर सात हजार अतिथियों के उपस्थित रहने का अनुमान है। उन्होंने बताया कि यहां आमन्त्रित अतिथि अलग-अलग व्यवस्थाओं से यहां पहुंचेंगे। इनमें करीब 85 निजी चॉपर से भी अतिथियों के आगमन की सूचना है। उन्होंने बताया कि इन चॉपरों की व्यवस्थित लैंडिंग के लिए आसपास के जनपदों के हवाई पट्टियों को मैनेज किया जा रहा है। इस कार्य में एयरपोर्ट अथारिटी भी लगी है।
श्रीरामजन्म भूमि परिसर में 30 दिसम्बर को ही तैयार की गई थी हवाई पट्टी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अयोध्या आगमन के दौरान वैकल्पिक व्यवस्था में उनके विमान को सीधे श्रीरामजन्म भूमि परिसर में भी उतारा जा सकता है। इसके लिए परिसर में हेलीपैड का निर्माण हो चुका है। श्रीरामजन्म तीर्थ क्षेत्र कार्यालय प्रभारी प्रकाश कुमार गुप्ता ने बताया कि इस हेलीपैड का निर्माण 30 दिसम्बर को अयोध्या में प्रधानमंत्री मोदी के आगमन के दौरान बनाया गया था।
22 जनवरी को भी इस हेलीपैड का उपयोग किए जाने की संभावना अधिक है। तीर्थ क्षेत्र के न्यासी डा. अनिल मिश्र ने बताया कि समन्वय बैठक में 22 जनवरी की तैयारियों पर वृहद चर्चा की गयी। बैठक में तीर्थ क्षेत्र महासचिव चंपतराय, मंदिर निर्माण प्रभारी गोपाल राव, जिलाधिकारी नीतीशकुमार, एसएसपी आरके नैय्यर एसपी सुरक्षा पंकज कुमार मौजूद रहे।