कभी पंजाब पुलिस की कस्टडी में खुद को खतरा बताने वाला कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई अब दोबारा उसके पास लौटने को तैयार है। ऐसी खबरे हैं कि गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई को पंजाब की बठिंडा जेल भेजा जा सकता है।
फिलहाल दिल्ली की कोर्ट ने गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की पुलिस कस्टडी 14 जून तक बढ़ा दी है। इस बीच पंजाब पुलिस अभी तक यह नहीं बता पाई है कि लॉरेंस बिश्नोई ने सिंगर सिद्धू मूसेवाला की पहली पुण्यतिथि से कुछ ही दिन पहले जेल में रहते हुए लगातार दो इंटरव्यू कैसे दिए थे। हालांकि, एक बात स्पष्ट है कि पंजाब पुलिस और उनकी जेलों के प्रति लॉरेंस बिश्नोई के रवैये में स्पष्ट बदलाव आया है। बिश्नोई ने पहले पंजाब पुलिस की हिरासत में रहने का विरोध किया था, लेकिन उसे अब पंजाब लौटने में कोई समस्या नहीं है।
बिश्नोई को पिछले महीने अहमदाबाद की साबरमती सेंट्रल जेल से दिल्ली की मंडोली जेल में शिफ्ट किया गया था। उसे राज्य के आतंकवाद-रोधी दस्ते (एटीएस) द्वारा सीमा पार से मादक पदार्थों की तस्करी के एक मामले में गुजरात ले जाया गया था। मंडोली जेल प्रशासन ने रविवार को दिल्ली की एक अदालत से बिश्नोई को पंजाब की बठिंडा जेल में शिफ्ट करने की अपील की, ताकि दिल्ली जेल में कानून व्यवस्था की स्थिति को कोई खतरा न हो। दिल्ली में उसकी पुलिस रिमांड पूरी होने तक अदालत ने अनुरोध पर सहमति व्यक्त की है। यह घटनाक्रम पंजाब पुलिस और लॉरेंस बिश्नोई के बीच एक विरोध के ठीक 11 महीने बाद आया है। पिछले साल लॉरेंस बिश्नोई ने पंजाब पुलिस की जांच और हिरासत में रहने का विरोध किया था।
तब पंजाब पुलिस पर लगाए थे गंभीर आरोप
जून 2022 में, सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले में दिल्ली जेल से पंजाब पुलिस की हिरासत में जाने का विरोध करते हुए बिश्नोई के वकील विशाल चोपड़ा ने कहा था कि पंजाब पुलिस की हिरासत में अभियुक्त के जीवन को खतरा है। उन्होंने आरोप लगाया था कि आरोपी पंजाब पुलिस द्वारा फर्जी मुठभेड़ में मारा जा सकता है।
अब, बिश्नोई के वकील और मूसेवाला हत्याकांड में बचाव पक्ष के वकील ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “हमने सिद्धू मूसेवाला की हत्या से पहले और उसके तुरंत बाद भारत के सर्वोच्च न्यायालय में लॉरेंस बिश्नोई को वापस लाने के पंजाब पुलिस के कदम का विरोध किया था। उस समय हमें अंदेशा था कि पंजाब में उनकी जान को खतरा हो सकता है। हमें एनकाउंटर का डर था। लेकिन अब हमने देखा है कि पंजाब पुलिस की हिरासत में और पंजाब की जेल में रहने के दौरान उसे ऐसी किसी समस्या का सामना नहीं करना पड़ा। इसलिए अब हमें बिश्नोई को पंजाब की जेलों में शिफ्ट करने में कोई आपत्ति नहीं है।”
सुप्रीम कोर्ट जा चुके हैं बिश्नोई के पिता
जब बिश्नोई के पिता ने मूसेवाला हत्या मामले में पंजाब पुलिस द्वारा अपने बेटे की हिरासत के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, तो पुलिस ने 14 जुलाई, 2022 को दायर अपने जवाब में याचिकाओं का विरोध किया। पुलिस ने कहा, “याचिकाकर्ता के बेटे का आचरण 2020 में सेंट्रल जेल भरतपुर राजस्थान में अपने कारावास के दौरान और नई दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तारी और तिहाड़ जेल, नई दिल्ली में कारावास के दौरान अपमानजनक और टालमटोल करने वाला रहा है, लेकिन उसने कभी भी पुलिस हिरासत में मौत/मुठभेड़ की अपनी गलत आशंका व्यक्त नहीं की थी।”
जेल से कैसे दिया इंटरव्यू?
इस तर्क के लगभग एक साल बाद, बिश्नोई एक राष्ट्रीय टीवी चैनल पर दिखाई दिया और राष्ट्रवादी होने का दावा करते हुए मृत गायक के खिलाफ सनसनीखेज आरोप लगाए। इंटरव्यू में बिश्नोई ने मूसेवाला की हत्या को सही ठहराया और खुद के एक राष्ट्रवादी होने का दावा किया। कथित तौर पर यह इंटरव्यू पंजाब की एक जेल से ऑनलाइन लिया गया था। बिश्नोई को 2 जनवरी, 2020 को पंजाब की एक जेल से बाहर शिफ्ट कर दिया गया था और मूसेवाला की हत्या के बाद ही वापस लाया गया था। वह पिछले एक साल के दौरान राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए), राजस्थान, गुजरात और दिल्ली पुलिस के साथ रिमांड पर रहा है और अब पंजाब वापस भेजे जाने का इंतजार कर रहा है।