माफिया डॉन अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की मीडिया कैमरों के सामने हुई हत्या मामले में एक के बाद एक नई जानकारियां सामने आ रही हैं। अतीक और अशरफ की हत्या करने वाले शूटर्स के मास्टरमाइंड का पता चल गया है।
इसके अलावा, यह भी पता चला है कि शूटर को लाखों की कीमत वाली जिगाना पिस्टल किसने दी थी। सूत्रों की मानें तो तीनों हमलावरों में से एक सनी ही पूरे हत्याकांड का मास्टरमाइंड है। उसी ने बाकी दोनों आरोपियों लवलेश और अरुण को हत्या के लिए तैयार करवाया था।
तीनों शूटर्स 13 अप्रैल को ही प्रयागराज पहुंच चुके थे, जहां उन्होंने एक होटल में स्टे किया। इसके बाद उन्होंने कचहरी तक की रेकी की और जानकारियां जुटाईं कि अतीक और उसके अशरफ को कितने बजे पुलिस मेडिकल के लिए ले जाती है। दोनों की हत्या करने के लिए होटल से सभी आरोपी एक-एक करके निकले थे। सबसे पहले लवलेश निकला और फिर बाकी हमलावर निकले।
‘आजतक’ की रिपोर्ट के अनुसार, सनी को दिल्ली के गोगी गैंग के लोगों ने जिगाना पिस्टल दी थी। इसी पिस्टल से अतीक और अशरफ की हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद सवाल उठ रहे थे कि आखिर हमलावरों के पास जिगाना कहां से आई। सू्त्रों के अनुसार, दिल्ली के गैंग ने सनी को यह पिस्टल किसी अन्य गैंगस्टर को मारने के लिए दी थी, लेकिन वह उसे नहीं मार सका था। यह हमला दिल्ली के किसी कोर्ट में किया जाना था। इसके बाद इसी पिस्टल से अतीक और उसके भाई की हत्या कर दी गई। इस पिस्टल की कीमत लगभग छह से आठ लाख रुपये के बीच है।
उल्लेखनीय है कि उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की 15 अप्रैल को प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। सनी, लवलेश और अरुण नामक तीन शूटरों को मौके से ही गिरफ्तार कर लिया गया था। पहले तीनों को प्रयागराज जेल में ही रखा गया, लेकिन फिर तीनों को प्रतापगढ़ की जेल शिफ्ट कर दिया गया। पुलिस तीनों शूटरों से पूछताछ कर रही है। वहीं, अतीक के बेटे असद को 13 अप्रैल को एक एनकाउंटर में ढेर कर दिया गया था। इसके अलावा, अतीक की पत्नी शाइस्ता और बमबाज गुड्डू मुस्लिम अब भी फरार चल रहे हैं।