माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के बाद यूपी सरकार पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं. इसी बीच अतीक अहमद की हत्या और उसके बेटे असद के एनकाउंटर के बाद abp न्यूज़ ने त्वरित सर्वे किया है.
जनता की राय जानने के लिए सी वोटर ने एबीपी न्यूज़ के लिए सर्वे किया है. सी वोटर के इस सर्वे में 1700 लोगों की राय ली गई है और सर्वे 15 से 17 अप्रैल के बीच यूपी में किया गया है. इस सर्वे में मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस 3 से प्लस माइनस 5 फीसदी है. इस सर्वे में ये पता लगाने की कोशिश की गई है कि अतीक की हत्या और असद के एनकाउंटर से बीजेपी को फायदा या नुकसान हुआ है.
एबीपी सी वोटर के इस सर्वे में अतीक की हत्या और असद के एनकाउंटर को बीजेपी को फायदा या नुकसान होगा. इस सर्वे के आंकड़े देखे जाएं तो बीजेपी को इससे 47 प्रतिशत फायदा, 17 प्रतिशत नुकसान और इसका बीजेपी पर कोई असर नहीं होगा इसका आंकड़ा 26 प्रतिशत है. वहीं इस मामले के लेकर 10 प्रतिशत ने कहा कि पता नहीं है.
अतीक की हत्या और असद के एनकाउंटर से बीजेपी को फायदा या नुकसान ?
स्रोत- सी वोटर
फायदा- 47%
नुकसान- 17%
असर नहीं- 26%
पता नहीं- 10%
माफिया से राजनेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या करने वाले तीन आरोपियों हमीरपुर के सनी (23), बांदा के लवलेश तिवारी (22) और कासगंज के अरुण कुमार मौर्य (18) को प्रशासनिक आधार पर प्रयागराज की नैनी जेल से प्रतापगढ़ जिला कारागार में शिफ्ट किया गया है. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अतीक-अशरफ हत्याकांड के तीनों आरोपियों को दोपहर 12 बजे प्रयागराज से ले जाया गया और दोपहर 2.10 बजे प्रतापगढ़ जेल में प्रवेश किया.