उत्तर प्रदेश विधानमंडल का मानसून सत्र सोमवार से शुरू होने जा रहा है। इस सत्र में खासा हंगामा होने के आसार हैं। लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद पहली बार हो रहे इस सत्र में मुख्य विपक्षी दल सरकार को घेरने के लिए खासे आक्रामक तेवर दिखाने की तैयारी में हैं तो सरकार भी विपक्ष के आरोपों का माकूल जवाब देने की तैयारी में है।हालांकि इससे पहले नेता प्रतिपक्ष चुना जाएगा। अभी तक नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने संभाल रखी थी, लेकिन सांसद बनने के बाद अखिलेश यादव ये जिम्मेदारी किसी और देंगे।वहीं दूसरी ओर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने रविवार शाम को विधानभवन में सर्वदलीय बैठक बुलाई है। इसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा अन्य दलों के नेता शामिल होंगे। इसके पहले कार्यमंत्रणां समिति की बैठक में सदन के कार्यक्रम को मंजूरी दी जाएगी। भाजपा विधानमंडल दल की बैठक सोमवार को सुबह 9:30 पर होगी।
अखिलेश आज तय करेंगे नेता प्रतिपक्ष का नाम
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का कौन होगा, इसका जवाब सपा प्रमुख अखिलेश यादव रविवार को होने वाली सपा विधानमंडल दल की बैठक में देंगे। माना जा रहा है इसमें इंद्रजीत सरोज व राम अचल राजभर में किसी एक नाम पर मुहर लग सकती है। हालांकि तुफानी सरोज, शिवपाल यादव का नाम भी इस रेस में अभी भी है। अखिलेश यादव के लिए चुनौती है कि वह ऐसे नेता को यह जिम्मेदारी सौंपे जो नेता सदन के सामने मजबूती से विपक्ष की आवाज उठा सके और सरकार को आक्रामक अंदाज में घेर सके।