पैसे के बदले सवाल पूछने के मामले में सांसदी गंवा चुकीं तृणमूल कांग्रेस (TMC) नेता महुआ मोइत्रा की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने महुआ को 19 फरवरी को एजेंसी के सामने पेश होने के लिए समन जारी किया है।ईडी ने विदेशी मुद्रा उल्लंघन मामले में महुआ को पूछताछ के लिए बुलाया है।पिछले साल बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने महुआ मोइत्रा पर महंगे गिफ्ट्स और पैसे लेने के बदले में कारोबारी दर्शन हीरानंदानी के इशारे पर अडानी समूह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाना बनाने के लिए लोकसभा में सवाल पूछने का आरोप लगाया था। महुआ पर राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता करने का भी आरोप लगा था। इसके बाद यह मामला एथिक्स कमेटी में भेज दिया गया था, जहां पर महुआ दोषी पाई गई थीं। इसके बाद महुआ को लोकसभा से निष्कासित कर दिया गया था।
महुआ को समन भेजे जाने के मामले पर ईडी से जुड़े अधिकारी ने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय ने तृणमूल कांग्रेस नेता महुआ मोइत्रा को फेमा उल्लंघन मामले में 19 फरवरी को पूछताछ के लिए बुलाया है। संसद की एथिक्स कमेटी द्वारा दोषी ठहराई गईं महुआ ने किसी भी गलत काम से इनकार किया है और दावा किया कि उन्हें निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि उन्होंने अडानी समूह के सौदों पर सवाल उठाए थे। मोइत्रा ने नवंबर में ‘एक्स’ पर लिखा था कि न तो लोकपाल ने लोकपाल कानून के तहत अपनी वेबसाइट पर मामले से जुड़ा कोई आदेश अपलोड किया है और न ही सीबीआई ने आधिकारिक रूप से कुछ बताया है। हमेशा के मीडिया सर्कस की तरह सूत्र पत्रकारों को जानकारी दे रहे हैं। उम्मीद है कि मुझे निशाना बनाने से पहले 13,000 करोड़ रुपये का अडानी कोयला घोटाला सीबीआई की प्रारंभिक जांच का विषय बनेगा।
वहीं, महुआ मोइत्रा ने सदन में सवाल पूछने में भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर सीबीआई की प्रश्नावली पर अपना जवाब भेज दिया। अधिकारियों ने बताया है कि सीबीआई प्रतिक्रिया पर गौर कर रही है जिसके बाद वह भ्रष्टाचार रोधी लोकपाल को एक रिपोर्ट भेजेगी, जिसने मामला एजेंसी को भेजा था। एजेंसी लोकपाल के निर्देश पर मोइत्रा के खिलाफ आरोपों की प्रारंभिक जांच कर रही है। उन्होंने बताया, समझा जाता है कि सीबीआई ने मामले के सिलसिले में वकील जय देहाद्राई और कारोबारी दर्शन हीरानंदानी से भी पूछताछ की है।