सपा के राष्ट्रीय महासचिव मोहम्मद आजम खां ने एक बार फिर अपने चिर परिचित अंदाज में भाजपा को मंच से खरी-खरी सुनाईं। कहा कि विकास कराना तो दूर, इनकी कलम में इतनी स्याही भी नहीं है कि विकास को लिख भी सकें।
रामपुर वालों से किसी को कोई मतलब नहीं है, जो चिकनी-चुपड़ी बातें कर रहे हैं सब धोखा है। दरअसल, ये लोग रामपुर के लोगों से बदला लेना चाहते हैं।
रविवार देर रात मोहल्ला नालापार में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए आजम खां ने कहा कि रामपुर के बच्चे पढ़-लिख न पाएं, इसकी साजिश रची जा रही है।
रामपुर पब्लिक स्कूल बंद करा दिया गया। बिल्डिंग खाली करा दी गई। पूरे हिन्दुस्तान में ऐसा उदाहरण नहीं मिलेगा कि जिस स्कूल में 1600 बच्चे पढ़ते हों, उसे बंद करा दिया जाए। यूनिवर्सिटी को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। कहा कि यूनिवर्सिटी की वजह से बनारस और अलीगढ़ की पहचान है। हम रामपुर की पहचान भी वैसी ही बनाना चाहते थे, लेकिन, रोड़े अटकाए जा रहे हैं। आजम खां ने कहा कि विकास का दावा करने वाले अब तक एक फ्यूज बल्ब नहीं बदलवा सके हैं। हमने रामपुर में जो विक्टोरिया लाइटें लगवाई थीं, उसको भी उतार कर ले गए। हमने जो गेट बनवाए थे उनका नाम बदल दिया। तंज भी कसा कि नाम ही रखना था तो कुछ नया बनवा लेते, पुराने का नाम क्यों बदल रहे हो। नाम भी पूरी तरह नहीं बदला, एक-एक गेट पर दो-दो नाम लिखे हुए हैं।
आजम ने कहा कि तुमने तो हमसे कलम भी नहीं मांगी थी, लेकिन मैंने कलम का इंतजाम किया। इलाज के लिए अस्पताल बनवाया है। उन्होंने कहा कि अगर मैंने अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट का इंतजाम न किया होता तो कोरोना की पहली और दूसरी लहर में न जाने कितने लोग मर गए होते। हमारे ही मेडिकल कॉलेज की इमारत का इस्तेमाल कोरोना के काल में हुआ। उन्होंने कहा कि गमों की रात लंबी जरूर है, लेकिन इससे डरो मत, सूरज बन जाओ। देखना, सरकार बदलेगी, निजाम बदलेगा, यही लोग जो आज तुम्हारे दरवाजे तोड़ रहे हैं, कल सैल्यूट करेंगे। अपनी सरकार आएगी तो बहुत लंबी लाइन खींची जाएगी।