मुंबई और अहमदाबाद के बीच यात्रा करने वालों के लिए खुशखबरी है। पश्चिम रेलवे इस रूट पर तेज वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का ट्रायल करने जा रहा है। इसके लिए रेलवे सुरक्षा आयुक्त (CRS) से हरी झंडी मिल गई है।वंदे भारत ट्रेनें अपनी गति और बेहतर सुविधा के लिए जानी जाती हैं। मौजूदा समय में इन ट्रेनों की गति 130 किमी प्रति घंटा है जिसे बढ़ाकर 160 किलोमीटर प्रति घंटे करने की तैयारी है। अगर ट्रायल सफल रहा तो यात्रियों की मौज हो जाएगी। जी हां, मुंबई और अहमदाबाद मार्ग पर यात्रा में लगभग 45 मिनट की बचत हो सकती है। फिलहाल यह दूरी तय करने में लगभग 5 घंटे और 25 मिनट लगते हैं।
‘मिशन रफ्तार’ प्रोजेक्ट के तहत वंदे भारत ट्रेनों की स्पीड 160 किमी प्रति घंटे तक पहुंचाने का प्लान है। इस गति से ट्रेनों को प्रभावी ढंग से चलाने के लिए सिस्टम में कुछ सुधार करने होंगे। यह मुंबई से शुरू होने वाले पहले रूटों में से एक होगा, जहां वंदे भारत सेमी हाई-स्पीड ट्रेनों के रूप में भर्राटा भरेगी। फरवरी में पश्चिम रेलवे ने अंतिम चरण की इजाजत लेने के लिए CRS से संपर्क किया था, जो कि उड्डयन मंत्रालय का हिस्सा है। अधिकारियों के अनुसार, इस मार्ग पर 792 रूट किमी तक सेफ्टी बैरियर लगाने के साथ इंजीनियरिंग कार्य पूरा कर लिया है। अब ट्रायल के लिए 16-कार वंदे भारत को फिर से लगाया जाएगा। इसके लिए तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
मौजूदा स्पीड 120-130 किमी प्रति घंटे तक
पश्चिमी रेलवे की ओर से बताया गया, ‘मुंबई-अहमदाबाद कॉरिडोर पर 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेनें चलाने के लिए आवश्यक कार्य पूरे कर लिए गए हैं। यह वाकई एक उपलब्धि होगी, जब भारत निर्मित वंदे भारत ट्रेन इसी महीने ट्रायल के तौर पर चलाई जाएगी।’ मौजूदा स्पीड 120-130 किमी प्रति घंटे को बढ़ाकर 160 किमी प्रति घंटे तक अपग्रेड करने का प्लान है। मुंबई-सूरत-वडोदरा-दिल्ली और मुंबई-वडोदरा-अहमदाबाद सेक्टर 160 किमी प्रति घंटे तक की गति के लिए तैयार हैं। पश्चिम रेलवे के अधिकार क्षेत्र में आने वाले इस प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत 3,959 करोड़ है, जिस पर बड़े पैमाने पर काम जारी है।