देश का पूरा का पूरा धन चंद लोगों के हाथ में है। लड़ाई एनडीए और इंडिया के बीच है। इंडिया और नरेंद्र मोदी के बीच है। लड़ाई भाजपा की विचारधारा के खिलाफ है। हम एक साथ लड़ाई लड़ेंगे। राहुल गांधी ने यह बातें संयुक्त विपक्ष की बैठक के बाद प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कहीं।
राहुल गांधी ने कहा कि आज बहुत सार्थक काम हुआ है। इसके साथ ही उन्होंने गठबंधन का नाम इंडिया रखने के पीछे की वजह भी बताई।
लड़ाई विपक्ष और भाजपा की नहीं
राहुल गांधी ने कहा कि यह लड़ाई विपक्ष और भाजपा के बीच नहीं है। देश की आवाज़ को कुचला जा रहा है, यह लड़ाई देश के लिए है इसलिए इंडियन नेशनल डेवेलपमेंटल इंक्लूसिव एलायंस (INDIA) नाम चुना गया। नरेंद्र मोदी और इंडिया के बीच लड़ाई है। उनकी विचारधारा और इंडिया के बीच की लड़ाई है। उन्होंने कहा कि हमने निर्णय लिया है कि हम एक एक्शन प्लान तैयार करेंगे और एक साथ मिलकर देश में हमारी विचारधारा और हम जो करने जा रहे हैं उसके बारे में बोलेंगे।
आखिर कैसे पड़ा INDIA नाम
विपक्ष के 26 दलों की बैठक के बाद राहुल गांधी ने यहां संवाददाताओं से कहा कि जब हम चर्चा कर रहे थे, तो हमने खुद से ये सवाल पूछा कि लड़ाई किसके बीच है। यह लड़ाई विपक्ष और भाजपा के बीच नहीं है। देश की आवाज को दबाया और कुचला जा रहा है। यह देश की आवाज के लिए लड़ाई है। इसीलिए यह ‘इंडिया’ नाम चुना गया।उन्होंने यह भी कहा कि जब भी कोई हिंदुस्तान के सामने खड़ा होता है, तो जीत किसकी होती है यह बताने की जरूरत नहीं है।