रांची जेल से सोनिया गांधी, अहमद पटेल को फोन करते थे लालू यादव
Sharing Is Caring:

राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने कबूल कर लिया है कि वो चारा घोटाला में सजा काटने के दौरान रांची की जेल से नेताओं को फोन करते थे।

पटना में कांग्रेस दफ्तर सदाकत आश्रम में श्रीकृष्ण सिंह जयंती समारोह में लालू ने गुरुवार को रहस्योद्घाटन किया कि बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह को उन्होंने जेल से ही सोनिया गांधी और अहमद पटेल से फोन पर बात करके राज्यसभा का सांसद बनवाया था। अखिलेश सिंह पहले आरजेडी में ही थे और मनमोहन सिंह की पहली सरकार में लालू ने उनको आरजेडी कोटे से केंद्रीय राज्यमंत्री भी बनवाया था। कभी लालू के दुलारे रहे अखिलेश कई चुनावी हार के बाद कांग्रेस में शामिल हो गए थे। कांग्रेस ने अखिलेश को आरजेडी के समर्थन से 2018 में राज्यसभा भेजा था।

लालू यादव ने कांग्रेस के बिहार दफ्तर सदाकत आश्रम की साफ-सफाई और नई व्यवस्था के लिए अखिलेश प्रसाद सिंह की तारीफ करते हुए कहा- “अखिलेश मांगकर नहीं बने हैं एमपी। इनको जबर्दस्ती हम बनाए हैं अखिलेश को। हम रांची जेल में थे और ये मिलने गए थे। दूसरे के लिए गए थे। दूसरे को एमपी बना दीजिए कांग्रेस पार्टी से। हम बोले- तुम ही बन जाओ। सोनिया गांधी जी को वहीं से फोन किया हमने। कांग्रेस के शीर्ष नेताओं को फोन किया। अहमद भाई को फोन किया। इनको घोषित करिए, हम इनको बनाते हैं राज्यसभा।वही राज्यसभा में अभी कंटीन्यू कर रहे हैं।”

बिहार में 2020 के विधानसभा चुनाव के बाद लालू ने फोन पर बीजेपी विधायक ललन पासवान को आरजेडी सरकार बनने पर मंत्री बनाने का ऑफर देकर स्पीकर के चुनाव के दौरान अनुपस्थित हो जाने कहा था। बात रिकॉर्ड कर ली गई। सुशील मोदी और बीजेपी के तमाम नेताओं ने उस रिकॉर्डिंग को सामने रखकर झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार पर लालू यादव को जेल मैनुअल के खिलाफ तमाम सुविधाएं देने का आरोप लगाया था। बीजेपी ने कहा था कि लालू बीजेपी के विधायकों को मंत्री पद का लालच देकर जेल से एनडीए सरकार गिराने की साजिश कर रहे हैं। तब रांची में इसकी जांच हुई थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। रांची पुलिस ने कहा था कि मामले में पटना में एक केस दर्ज हो चुका है इसलिए दो जगह एफआईआर नहीं होगी।

जेल से लालू यादव के फोन करने को लेकर इससे पहले भी कई बार विवाद हो चुके थे। एक आरजेडी नेता ने भी दावा किया था कि लालू उनसे रोज बात करते हैं। यह पहली बार है कि लालू ने ही खुद कबूल कर लिया कि वो जेल में रहकर फोन का इस्तेमाल कर रहे थे।

Sharing Is Caring:

Related post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version