महिला पहलवानों द्वारा लगाए गए यौन शोषण के आरोपों से घिरे बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ अदालत में आज सुनवाई हुई है। दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में यह सुनवाई हुई है।
बता दें कि कुछ ही दिनों पहले दिल्ली पुलिस ने इस केस में 1000 पन्नों की चार्जशीट पेश की थी। पुलिस की इस चार्जशीट में बृजभूषण के अलावा भारती कुश्ती संघ के सचिव विनोद तोमर का नाम भी है। दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट के चीफ मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट ने यौन उत्पीड़न से संबंधित केस को एमपी-एमएलए मामलों की सुनवाई करने वाली एसीएमएम कोर्ट को ट्रांसफर किया है। मामले में अगली सुनवाई 27 जून को होगी। एसीएमएम ने महिला पहलवानों की उस याचिका पर सुनवाई की थी जिसमें अदालत की निगरानी में जांच की मांग की गई है। अदालत ने इस मामले में स्टेटस रिपोर्ट मांगा था। विशेष लोक अभियोजक अतुल श्रीवास्तव ने पिछली सुनवाई में अदालत से कहा था कि इससे संबंधित मामले की सुनवाई एसीएमएम जसपाल कर रहे हैं और इस मामले को भी उसी अदालत में भेजा जाना चाहिए।
बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धारा 354, 354-A और D के तहत चार्जशीट दाखिल की है। विनोद तोमर के खिलाफ धारा 109, 354, 354 (A), 506 के तहत चार्जशीट दायर की गई है। बृजभूषण शरण सिंह पर 6 महिला पहलवानों ने यौन शोषण का आरोप लगाया था। हालांकि, एक अन्य नाबालिग महिला पहलवान ने भी पहले बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था और उनपर पॉक्सो एक्ट के तहत केस भी दर्ज हुआ था। हालांकि, बाद में नाबालिग पहलवान अपने बयान से पलट गई थी और फिर दिल्ली पुलिस ने इस मामले में पटियाला हाउस कोर्ट में कैंसिलेशन रिपोर्ट दाखिल करते हुए पॉक्सो के तहत बृजभूषण शरण सिंह पर दर्ज केस को रद्द करने की गुहार लगाई थी।
बृजभूषण शऱण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट जैसे चोटी के पहलवान दिल्ली में कई दिनों तक प्रदर्शन भी कर चुके हैं। खिलाड़ियों ने इस मामले में केंद्रीय खेल मंत्री से भी मुलाकात की थी। बहरहाल आपको बता दें कि भारतीय ओलंपिक संघ ने कुश्ती महासंघ के चुनाव की तारीखों में फेरबदल कर दिया है। अब यह चुनाव 6 जुलाई को नहीं बल्कि 11 जुलाई को होंगे।