यूरोप के सबसे बड़े न्यूक्लियर पावर प्लांट पर ताबड़तोड़ मिसाइल अटैक
Sharing Is Caring:

 दक्षिणी पूर्वी यूक्रेन में स्थित जापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा केंद्र पर रूस ने ताबड़तोड़ मिसाइल और ड्रोन से अटैक किए हैं। इससे परमाणु संयंत्र अलग-थलग पड़ गया है और उसकी बाहरी बिजली सप्लाई काट दी गई है।

रूसी अधिकारी व्लादिमीर रोगोव ने कहा कि यूक्रेन द्वारा नियंत्रित बिजली लाइन को डिस्कनेक्ट करने के बाद संयंत्र को बाहरी बिजली आपूर्ति से “पूरी तरह से” काट दिया गया है।

‘द मास्को टाइम्स’ की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि रूसी प्रशासन ने टेलीग्राम पर लिखा है, “हाई-टेंशन लाइन कट जाने के कारण, न्यूक्लियर पावर प्लांट ने अपनी बाहरी बिजली आपूर्ति खो दी है।” रिपोर्ट में कहा गया है कि आउटेज के कारणों की जांच की जा रही है और परमाणु केंद्र में डीजल जनरेटर से बैकअप व्यवस्था बहाल की जा रही है।

10 दिनों का ही वैकल्पिक इंतजाम:
यूक्रेन की परमाणु एजेंसी Energoatom ने रूस पर सोमवार सुबह हमला करने का आरोप लगाया। एजेंसी ने कहा कि रूसी हमले की वजह से न्य़ूक्लियर पावर प्लांट में बिजली गुल हो गई। एजेंसी ने आरोप लगाया है कि मार्च 2022 में मास्को के सैनिकों के नियंत्रण में इस प्लांट के आने के बाद से संयंत्र के “ब्लैकआउट मोड” में जाने का यह सातवां मामला है। हालांकि, Energoatom ने कहा कि जनरेटर के लिए 10 दिनों का पर्याप्त ईंधन भंडार है।

भयानक रेडिएशन का खतरा मंडरा रहा:
दूसरी तरफ इसी एजेंसी ने चेतावनी दी है कि अगर 10 दिनों के अंदर इस संयंत्र को बाहरी शक्ति बहाल नहीं की जा सकी तो पूरी दुनिया रेडिएशन की जद में आ सकती है और इसके गंभीर परिणाम देखने को मिल सकते हैं। निप्रो क्षेत्र के गवर्नर ने कहा कि रात भर हवाई हमले किए गए हैं, जिसमें चार रूसी मिसाइलें और 15 ड्रोन गिराए जा चुके हैं और कम से कम आठ नागरिक घायल हुए हैं।

संयुक्त राष्ट्र को देनी पड़ी दखल:
संयुक्त राष्ट्र के परमाणु प्रमुख राफेल ग्रॉसी, जिन्होंने संयंत्र की सुरक्षा पर एक समझौते के लिए दोनों पक्षों के साथ बातचीत करने की कोशिश की है, ने कहा कि यह युद्ध के दौरान विशाल परमाणु सुविधा में सातवीं बिजली कटौती है। उन्होंने ट्विटर पर कहा,”संयंत्र में परमाणु सुरक्षा की स्थिति बेहद कमजोर है। हमें अब हर हाल में इसकी रक्षा के लिए सहमत होना चाहिए; यह स्थिति जारी नहीं रह सकती।”
ग्रॉसी ने मार्च में मॉस्को के कब्जे वाले प्लांट का दौरा किया था।

कितना अहम है जापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा स्टेशन:
बता दें कि जापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा स्टेशन यूरोप का सबसे बड़ा परमाणु ऊर्जा संयंत्र है। इसकी गिनती विश्व के 10 सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा संयंत्र के तौर पर भी की जाती है। यह यूक्रेन को लगभग 20% बिजली की आपूर्ति करता है। यूक्रेन पर आक्रमण के दौरान सीमावर्ती क्षेत्र एनेर्होदर की लड़ाई के दौरान रूसी सेना ने 4 मार्च 2022 को परमाणु और थर्मल पावर स्टेशनों पर कब्जा कर लिया था।

न्यूक्लियर प्लांट की खासियत:
यह परमाणु ऊर्जा स्टेशन नीपर नदी के तट पर स्थित है जो विवादित डोनबास क्षेत्र (Donbas Region) से केवल 200 किलोमीटर दूर है जहां रूस समर्थित अलगाववादी और यूक्रेनी सेना के बीच युद्ध जारी है। ज़पोरिज़िया परमाणु ऊर्जा संयंत्र यूक्रेन में स्थित चार ऑपरेटिंग एनपीपी में से एक है और वर्ष 1984 से कार्यरत है। इस प्लांट में वर्ष 1984 से वर्ष 1995 के मध्य कमीशन की गई छह प्रेशराइज़्ड वाटर रिएक्टर इकाइयाँ शामिल हैं, जिनमें से प्रत्येक की कुल विद्युत क्षमता 1,000 MW है।

Sharing Is Caring:

Related post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version