यूपी के बदायूं जिले के 82 हजार किसानों को झटका लगने वाला है। इन किसानों ने अभी तक ईकेवाईसी नहीं कराई है। ऐसे में इन किसानों के लिए 15 वीं किस्त का लाभ नहीं मिलेगा। अगर इन किसानों के लिए 15 वीं किस्त का लाभ लेना है तो जल्द ई-केवाईसी करा लें।
15 वीं किस्त इसी माह जारी होने वाली है। ई-केवाईसी कराने के लिए कृषि अफसरों ने विभागीय कर्मचारियों को लगाया है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ लेने के लिए ई-केवाईसी होना जरूरी है।
विभाग की ओर से भी जो किसान रह गये हैं, उनकी ई-केवाईसी कराने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन किसानों के जागरुक न होने की वजह से अब तक 82 हजार किसान ई-केवाईसी से वंचित हैं। इन किसानों ने अगर जल्द ई-केवाईसी नहीं करायी तो आगामी दिनों में जारी होने वाली सम्मान निधि की 15 वीं किस्त का लाभ नहीं मिलेगा। ऐसे में कृषि अफसरों ने जिन किसानों ने ई-केवाईसी नहीं करायी है उनसे अपील की है कि अतिशीघ्र नजदीकी जनसेवा केंद्र या फिर ब्लॉक स्तरीय कृषि कर्मचारी से संपर्क कर ई-केवाईसी करा लें।
ई-केवाईसी के लिए ये जरूरी
ई-केवाईसी कराना बेहद आसान है। किसानों के लिए ई-केवाईसी कराने के लिए आधार, खतौनी, बैंक पास बुक की छायाप्रति देनी होगी। इसके अलावा ई-केवाईसी के लिए रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर का होना बेहद जरूरी है, इसके बिना ई-केवाईसी संभव नहीं है।
आंख की रेटीना से ई-केवाईसी
जनसेवा केंद्र से अगर ई-केवाईसी नहीं हो पा रही है तो किसान अपने क्षेत्रीय कृषि कर्मचारी से संपर्क करें, वह अपने मोबाइल में एप के माध्यम से आंख की रेटीना के जरिए ई-केवाईसी कर देंगे। ई-केवाईसी करने का कोई शुल्क नहीं लिया जायेगा।
डीडी कृषि डीके सिंह का कहना है कि जिन किसानों ने अभी तक ई-केवाईसी नहीं करायी है, वह किसान अतिशीघ्र ई-केवाईसी करा लें। ई-केवाईसी न कराने पर किसानों को सम्मान निधि का लाभ नहीं मिलेगा। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 15 वीं किस्त इसी माह जारी होने वाली है।