मेरी कमाई CBI और इनकम टैक्स से पूछ लो; आय का हिसाब मांगने पर भड़के अखिलेश यादव
Sharing Is Caring:

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि उनकी कमाई का हिसाब जिसे चाहिए वो केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और आयकर विभाग (इनकम टैक्स) के दफ्तर में जाकर चेक कर सकता है।सपा प्रमुख ने साथ ही कहा कि कभी उनकी भी कमाई तो पूछ लो जो कहते हैं कि झोला उठाकर चल दूंगा। दिल्ली में एक समाचार चैनल के कार्यक्रम में शामिल अखिलेश यादव से एक दर्शक ने सवाल किया था कि उन्होंने जब अपना करियर शुरू किया तब उनके घर की कमाई कितनी थी और आज उनकी आय कितनी है। अखिलेश ने पहले सवाल पूछने वाले से उसका नाम, पता वगैरह पूछा तब अपने तरीके से जवाब दिया।अखिलेश यादव ने कहा- “मैं 20 साल से ज्यादा सीबीआई की जांच में रहा हूं। अगर आपको मेरा बैलेंस शीट चेक करना है तो सीबीआई और आयकर विभाग के दफ्तर जाइए। यहां बकवास मत करिए।” सपा नेता ने आगे कहा- “मैं तो चलो अपनी कमाई बताऊं, ना बताऊं, कभी उनकी भी कमाई पूछ लेना जो ये कहते रहे हों कि मैं झोला लेकर चला जाऊंगा.” अखिलेश ने सवाल पूछने वाले के द्वारा उनके आर्मी स्कूल से पढ़े होने के बयानों का हवाला दिया तो उन्होंने साफ किया कि वो आर्मी स्कूल से नहीं, मिलिट्री स्कूल से पढ़े हैं।अखिलेश ने लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में सपा के नंबर वन पार्टी बनने की चर्चा करते हुए कहा कि विरोधी अभी भी समीक्षा कर रहे हैं कि यूपी में उनकी हार क्यों हो गई। भाजपा का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि वो यूपी की हार देखते हैं तो एक करवट सोते हैं लेकिन जब अयोध्या की हार देखते हैं तो दूसरी करवट भी नहीं सो पाते हैं। अखिलेश ने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे बनाने की कहानी सुनवाई और फिर पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का जिक्र करते हुए कहा कि कई बार जो काम आप करते हैं, उसका क्रेडिट आपको नहीं मिलता है। 2017 के विधानसभा चुनाव में सपा की हार पर अखिलेश ने कहा कि हम सरकारी नहीं बना सके क्योंकि हम लोगों को समझाते रहे और दूसरे लोग लोगों को बहलाते रहे।स्वदेशी कॉन्क्लेव नाम के इस आयोजन में अखिलेश ने स्वदेशी अपनाओं आंदोलन को लेकर भी भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा- “सत्ता में जो लोग हैं, उनका सबसे बड़ा नारा था, स्वदेशी अपनाओ। जब जीएसटी लागू हो रहा था तो मैंने कहा था कि भाजपा अपना स्वदेशी का नारा भूल जाएगी। आज ये लोग स्वदेशी नहीं बोल पा रहे हैं। चीन के साथ क्या व्यापार कर रहे हैं।”

Sharing Is Caring:

Related post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version