मायावती की बहुजन समाज पार्टी ने एक बार फिर गठबंधन की राजनीति में एंट्री की है। बसपा और चौटाला की पार्टी इंडियन नेशनल लोकदल ने हरियाणा में मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया है।गठबंधन की घोषणा चंडीगढ़ में बसपा और इनेलो के नेताओं ने मिलकर की।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने गुरुवार को ट्वीट कर इसकी स्वयं जानकारी दी है। सूत्रों के मुताबिक बसपा 37 सीटों पर और इनेलो 53 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। इन दोनों दलों के बीच पांचवी बार चुनावी गठबंधन हुआ है।
बसपा सुप्रीमो ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर लिखते हुए कहा है कि हम हरियाणा की जनविरोधी पार्टियों को हराकर अपने नए गठबंधन की सरकार बनाने के संकल्प के साथ लड़ेंगे, इसकी घोषणा मेरे पूरे आशीर्वाद के साथ दोनों पार्टी के नेताओं ने संयुक्त प्रेस वार्ता में की। इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला और बसपा के आनंद कुमार, नेशनल कोआर्डिनेटर आकाश आनंद व पार्टी के राज्य प्रभारी रणधीर बेनीवाल ने संयुक्त रूप से इसकी जानकारी दी है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा में सर्वसमाज-हितैषी जनकल्याणकारी सरकार बनाने के संकल्प के कारण इस गठबंधन में एक-दूसरे को पूरा आदर-सम्मान देकर सीटों आदि के बंटवारे में पूरी एकता व सहमति बन गई है। मुझे पूरी उम्मीद है कि यह आपसी एकजुटता जन आशीर्वाद से विरोधियों को हरा कर नई सरकार बनाएगी।
बसपा के राष्ट्रीय कोआर्डिनेटर आकाश आनंद ने सोशल मीडिया एक्स पर अपने पोस्ट में कहा है कि भाजपा और कांग्रेस की अब तक की सरकारों ने हरियाणा की जनता के साथ सिर्फ धोखा किया है। युवाओं के पास रोजगार नहीं, किसानों के पास फसलों का सही दाम नहीं, मां-बहनों को सुरक्षा नहीं और अपराधी बेखौफ घूम रहे हैं। इस नाकाम सरकार को अब बदलने का वक्त आ गया है। अभय चौटाला के नेतृत्व में ये गठबंधन हरियाणा की जनता को मायावती की दिखायी हुई शासन, प्रशासन और अनुशासन वाली मजबूत सरकार देगा।