मथुरा में श्रीकृष्ण की लीला स्थली भी देखना होगा आसान, बरसाना के लाडली मंदिर के लिये शुरू होगो रोप वे
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कान्हा की नगरी मथुरा में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के मकसद से बरसाना में ब्रम्हाचल की पहाड़ियों में स्थित लाडली मंदिर के लिये रोप वे सुविधा का शुभारंभ जल्द होगा। बरसाने की रोप वे सुविधा शुरू होने से तीर्थयात्री बरसाने के उन मनोहारी स्थलों को भी देख सकेंगे जहां पर श्यामाश्याम ने लीलाएं की थीं।

उत्तर प्रदेश व्रज तीर्थ विकास परिषद के सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि यह योजना बरसाना और वृन्दावन जाने वाले तीर्थयात्रियों एवं पर्यटकों को न केवल राहत देगी बल्कि उनके मनोरंजन का साधन भी बनेगी। बरसाने का लाडली मन्दिर ब्रम्हाचल की पहाड़ियों पर बने होने के कारण अभी तक तीर्थयात्रियों एवं पर्यटकों को 180 से अधिक गहरी सीढ़ियां चढ़ना और उतरना होता है जो बहुत अधिक कष्टकारी होता है।

वरिष्ठ नागरिकों के लिए तो यह पहाड़ सा नजर आता है। इससे निजात दिलाने के लिए ”रोप वे ” सुविधा चालू की जा रही है। सामान्यत: रोप वे की सुविधा कुछ तीर्थस्थलों में की गई है। उत्तर प्रदेश व्रज तीर्थ विकास परिषद के सीईओं एसबी सिंह ने बताया कि बरसाना की रोप वे सुविधा का ट्रायल 15 जून से शुरू हो रहा है। लगभग 16 करोड़ रुपये के इस प्रोजेक्ट में आने जाने के लिए कुल 12 ट्रालियां एक साथ चलेंगी तथा एक घंटे में 500 से अधिक लोग मन्दिर पहुंच सकेंगे। बिजली चली जाने पर इनका संचालन उच्च क्षमता के जनरेटर से किया जाएगा। आंधी तूफान जैसी अचानक होनेवाली परेशानी को दूर करने के लिए ”रेस्क्यू टीम ( सहायता टीम ) ” हर समय तैनात रहेगी।

उन्होंने बताया कि इसके अलावा बरसाना आनेवाले तीर्थयात्रियों /पर्यटकों के लिए लाडली मन्दिर परिसर एवं मन्दिर के नीचे ऩिःशुल्क प्रसाद ( भोजन ) की व्यवस्था प्रारंभ कर दी गई है। सिंह ने बताया कि वृन्दावन आनेवाले तीर्थयात्रियों को ट्रैफिक जाम से निजात दिलाने के लिए, रोप वे के एक अभिनव प्रोजेक्ट पर सर्वे किया जा चुका है तथा अब उसकी ”फीजिबिलिटी रिपोर्ट ( व्यवहारिकता रिपोर्ट)” तैयार की जा रही है। ” मिन्ट्रिरी आफ रोड ट्रांसपोर्ट ऐण्ड हाई वे के अन्तर्गत नेशनल रोप वे ” का यह प्रोजेक्ट बरसाने की रोप वे से अधिक मनोहारी होगा क्योंकि इसकी लंबाई 7.9 किलोमीटर होगी तथा इसमें वैष्णोदेवी मन्दिर से दारूल पार्किंग तक आठ स्टेशन बनेंगे।

इस रोप वे से बांकेबिहारी मन्दिर, इस्कॉन, प्रेम मन्दिर, चन्द्रोदय मन्दिर एवं वैष्णोदेवी मन्दिर के दर्शन आसानी से किये जा सकेंगे। वैष्णोदेवी का स्टेशन सड़क पर ही मेट्रो स्टेशन की तर्ज पर बनेगा जिसमें नीचे से सड़क यातायात सुचारू रूप से चलता रहेगा। रोप वे की इस योजना में एक बड़ा स्टेशन वैष्णवदेवी पर और दूसरा दारूल पार्किंग पर होगा। इसकी ट्राली या कन्डोला मोनेा केबिल डिटेचेबिल सद्धिांत पर काम करेगा तथा रोप वे की ऊंचाई 25 मीटर होगी और 32 मिनट में एक छोर से दूसरे छोर पहुंच सकेंगे क्योंकि इसकी स्पीड 6 मीटर /सेकेन्ड होगी तथा इस प्रोजेक्ट में लगभग 2000 लोग एक घंटे में मनोहारी रोप वे का आनन्द ले सकेंगे।इस मार्ग पर यात्रा बहुत अधिक मनोरंजक होगी।

परिषद के सीईओ ने बताया कि यह रोप वे बांकेबिहारी मन्दिर जानेवालों के लिए वरदान सद्धि होगा क्योंकि इससे जाने पर मन्दिर जाते समय होनेवाले रास्ता जाम से मुक्ति मिलेगी साथ ही कम समय में मन्दिर पहुंच सकेंगे।यह माडर्न टेक्नालाजी पर बनेगा तथा इसमें सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये जांएगे। इसके बाद ड्रोन सर्वे होगा।

इस प्रोजेक्ट के दूसरे चरण में कुछ अन्य मन्दिरों जैसे द्वारकाधीश मन्दिर, श्रीकृष्ण जन्मस्थान आदि को लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि वृन्दावन आनेवाले तीर्थयात्रियों एवं पर्यटकों को अटल्ला चुगी पर अन्नपूर्णा रसोई में निःशुल्क शुद्ध भोजन की व्यवस्था रोज उपलब्ध कराई जा रही है।यह दोनेा ही प्रोजेक्ट तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को ऐसे आनन्ददायक अनुभव देंगे कि वे बार बार यहां आने के लिए लालायित रहेंगे।

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