भारत के तीनों फॉर्मेट में नंबर-1 बनने के क्या हैं मायने? क्रिकेट इतिहास में दूसरी बार हुआ ऐसा
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भारत ने इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) की रैंकिंग में बादशाहत हासिल कर ली है। भारतीय टीम तीनों फॉर्मेट (टेस्ट, वनडे, टी20) में नंबर वन बन गई है। भारत टेस्ट और टी20 इंटरनेशनल की रैंकिंग में पहले ही शीर्ष पर था लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहला वनडे 5 विकेट से जीतने के बाद ऐतिहासिक उपलब्धि अपने नाम की।

भारत ने पाकिस्तान को पछाड़कर वनडे रैंकिंग में पहले स्थान पर कब्जा जमाया। भारत के 116 जबकि पाकिस्तान के 115 रेटिंग अंक हैं। आइए जानते हैं कि भारत के तीनों फॉर्मेट में नंबर वन बनने के क्या मायने हैं?

क्रिकेट इतिहास में दूसरी बार हुआ ऐसा

क्रिकेट इतिहास में यह दूसरा मौका है जब किसी टीम ने तीनों तीनों प्रारूप की रैंकिंग में नंबर वन का ताज पहना है। भारत के अलावा यह कारनामा केवल दक्षिण अफ्रीका ने अंजाम दिया है। दक्षिण अफ्रीका ने अगस्त 2012 में इस उपलब्धि को हासिल किया था। यह रिकॉर्ड देखकर पता चलता है कि टॉप पर पहुंचना और वहां टिके रहना कितना मुश्किल काम है। भारतीय टीम की आने वाले समय में यही कोशिश रहेगी कि वो दमदार प्रदर्शन के जरिए अपने ताज को छिनने ना दे।

निरंतरता का फल है नंबर वन रैंकिंग

भारत ने पिछले कुछ महीनों में सभी फॉर्मेट में गजब की निरंतरता दिखाई है। कई धाकड़ खिलाड़ियों के चोटिल होने के बावजूद टीम के प्रदर्शन पर उतना असर नहीं पड़ा। कभी सीनियर खिलाड़ियों ने जिम्मेदारी निभाई तो कभी युवा प्लेयर्स ने धमाल मचाया। भारत ने हाल ही में एशिया कप 2023 जीता है। रोहित शर्मा की अगुवाई वाली भारतीय टीम ने फाइनल में श्रीलंका को 10 विकेट से रौंदा था। भारत ने पांच साल बाद कोई मल्टीनेशन टूर्नामेंट जीता। भारत ने एशिया कप जीतकर बखूबी साबित किया कि बड़े आयोजनों में चुनौती का सामना कैसे करना है?

वर्ल्ड कप से पहले भारत के लिए बूस्टर

वनडे वर्ल्ड कप 2023 का आयोजन 5 अक्टूबर से 19 नवंबर तक भारत में होगा। वर्ल्ड कप से पहले भारत का आईसीसी रैंकिंग में नंबर-1 बनना खिलाड़ियों के लिए बूस्टर की तरह है। अगर भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बचे हुए दो वनडे मैचों में से एक भी जीतने में कामयाब रही तो वर्ल्ड कप में नंबर वन वनडे टीम के तौर पर एंट्री करेगी। बता दें कि पिछले दो वर्ल्ड कप उस टीम ने वर्ल्ड कप जीता है, जो नंबर एक वनडे टीम के रूप में टूर्नामेंट में उतरी। यह एक अनोखा संयोग है और ऐसे में भारतीय खिलाड़ियों के हौसले बुलंद होंगे।

भारत की घर में इतिहास रचने पर नजर

टीम इंडिया को निश्चित रूप से नंबर वन बनने से प्रेरणा मिली होगी। खिलाड़ी 10 साल से चले आ रहे आईसीसी खिताब के सूखे को खत्म करना चाहेंगे। भारत ने अंतिम आईसीसी ट्रॉफी 2013 में जीती थी। भारत ने उस समय इंग्लैंड को शिकस्त देकर आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी पर कब्जा जमाया था। भारत की कमान तब एमएस धोनी के पास थी। धोनी की कप्तानी में भारत ने इससे पहले धोनी की अगुवाई में 2011 में वर्ल्ड कप जीता था। भारत तब संयुक्त मेजबान था। भारत ने पिछले 10 सालों में कई आईसीसी इवेंट में सेमीफाइनल और फाइनल खेले मगर ट्रॉफी हाथ नहीं आई। भारत आगामी वर्ल्ड कप में खिताब का प्रबल दावेदार है। भारतीय टीम की नजर घर में वर्ल्ड कप जीतकर इतिहास रचने पर होगी।

कोच और कप्तान इस बात से होंगे खुश

क्रिकेटर अक्सर इस बात पर जोर देते हैं कि वे रैंकिंग पर ज्यादा ध्यान नहीं देते। हालांकि, खेल में कुछ उपलब्धियां ऐसी होती हैं जिनको सार्वजनिक तौर पर सेलिब्रेट नहीं किया जाता। भारत के हेड कोच राहुल द्रविड़ और नियमित कप्तान रोहित शर्मा जरूर इस बात से गदगद होंगे कि टीम ने तीनों इंटरनेशनल फॉर्मेट में पहला स्थान हासिल कर इतिहास रचा है। दोनों की अब यही ख्वाहिश होगी की टीम लंबे समय तक इस ताज को बरकरार रखे और वर्ल्ड कप चैंपियन बने।

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