बीजद सुप्रीमो और ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक अपने सहयोगी वीके पांडियन के बचाव में उतरे हैं। उन्होंने सोमवार को उन मीडिया रिपोर्ट्स को खारिज कर दिया, जिनमें पांडियन पर बीजेडी को कमजोर करने के आरोप लगाए गए हैं।
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि वीके पांडियन भाजपा आलाकमान संग एक तरह से डील करने की कोशिश में थे, ताकि बीजू जनता दल को कमजोर किया जा सके। मालूम हो कि इन आरोपों पर अभी तक पांडियन की ओर से कोई जवाब नहीं आया है। मगर, इससे पहले ही नवीन पटनाटयक उनके बचाव में उतर गए हैं।
नवीन पटनायक ने मीडिया रिपोर्ट को एक्स पर शेयर करते हुए लिखा, ‘यह पूरी तरह से गलत, अपमानजनक और दुर्भावनापूर्ण है। मैंने यह पहले ही कहा था कि पांडियन ने अत्यंत समर्पण, दक्षता और निष्ठा के साथ राज्य व पार्टी की सेवा की है। उन्हें उसी के लिए जाना जाता रहा है और उनका सम्मान भी किया जाता है। मालूम हो कि ओडिशा विधानसभा चुनाव में नवीन पटनायक की पार्टी हार गई। इसके लिए बीजद कार्यकर्ताओं ने भी तमिलनाडु के नौकरशाह से राजनीतिक नेता बने पांडियन को जिम्मेदार ठहराया था। इस पर पटनायक ने कहा कि पांडियन एक निष्ठावान और ईमानदार व्यक्ति हैं। उन्हें इसके लिए याद किया जाना चाहिए।
उत्तराधिकारी के सवाल पर क्या बोले पटनायक
5 बार मुख्यमंत्री रह चुके नवीन पटनायक ने यह भी ऐलान किया था कि पांडियन उनके उत्तराधिकारी नहीं हैं। उन्होंने कहा कि ओडिशा के लोग तय करेंगे कि उनका उत्तराधिकारी कौन होगा। उन्होंने कहा था, ‘पांडियन की आलोचना करना दुर्भाग्यपूर्ण है। वह पार्टी में शामिल हुए, लेकिन उन्होंने कोई पद नहीं संभाला। उन्होंने किसी भी निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव नहीं लड़ा। एक अधिकारी के तौर पर उन्होंने पिछले 10 वर्ष में विभिन्न क्षेत्रों में शानदार काम किया है। चाहे वह 2 चक्रवातों के दौरान हो या कोविड-19 महामारी के दौरान। इस अच्छे काम के बाद स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेकर बीजद में शामिल हो गए और बेहतरीन काम कर उन्होंने पार्टी में अपना योगदान दिया।’