महाराष्ट्र के ठाणे जिले के बदलापुर के एक स्कूल में दो बच्चियों के साथ कथित यौन उत्पीड़न की घटना सामने आने के बाद पूरे शहर में बवाल मचा हुआ है। बड़ी संख्या में गुस्साए लोगों ने बदलापुर स्टेशन पर पहुंचकर प्रदर्शन किया है और रेलवे ट्रैक पर कब्जा कर लिया है।सुबह से ही प्रदर्शन की वजह से इस रूट पर ट्रेनों का परिचालन रुका हुआ है। रूट खाली कराने के लिए पुलिस जब दल-बल के साथ पहुंची तो प्रदर्शनकारियों ने उन पर पथराव कर दिया। इसके बाद पुलिस ने वहां लाठीचार्ज किया है।पुलिस ने अब जानकारी दी है कि बदलापुर में रेल ट्रैक को खाली करा लिया गया है। यानी अब इस रूट पर ट्रेनों का परिचालन सुचारू कूप से शुरू हो सकेगा। इस बीच, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कहा है कि बदलापुर में दो स्कूली लड़कियों के साथ कथित दुर्व्यवहार की घटना की जांच एक महिला आईपीएस अधिकारी करेंगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने जांच के लिए महानिरीक्षक स्तर की भारतीय पुलिस सेवा की अधिकारी आरती सिंह को नियुक्त किया है।
उन्होंने कहा, “हमारा प्रयास इस घटना की जल्द से जल्द जांच करना होगा। हम इस मामले में जल्द से जल्द आरोपपत्र दाखिल करना चाहते हैं और मामले को सुनवाई के लिए फास्ट ट्रैक अदालत में ले जाना चाहते हैं।”उपमुख्यमंत्री ने कहा, “हमारा पुलिस विभाग इस तरह के बर्बर और अमानवीय कृत्य के लिए तुरंत सजा दिलाने का पूरा प्रयास करेगा।”उन्होंने इस मुद्दे का कथित रूप से राजनीतिकरण करने के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की आलोचना की।दूसरी तरफ, महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार ने आरोप लगाया कि बदलापुर के एक स्कूल में यौन उत्पीड़न की शिकार बच्ची के माता-पिता को शिकायत दर्ज कराने के लिए 11 घंटे तक थाने में बैठाए रखा गया। कांग्रेस नेता ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किए गए एक वीडियो संदेश में कहा कि छात्राओं से स्कूल के अंदर कथित रूप से यौन उत्पीड़न की घटना, कोलकाता के एक अस्पताल में प्रशिक्षु डॉक्टर से बलात्कार और हत्या की घटना से भी बड़ी है, जिसने राष्ट्रीय आक्रोश पैदा किया है।वडेट्टीवार ने कहा, ”साढ़े तीन साल की बच्ची और चार साल की एक बच्ची का उत्पीड़न किया गया और थाने में जब वे (अभिभावक) शिकायत दर्ज कराने गए तो उन्हें 11 घंटे तक इंतजार करना पड़ा…क्या कोई संवेदनशीलता बची है? मैंने पुलिस आयुक्त से बात की और उनसे कहा कि इस देरी के लिए जिम्मेदार महिला पुलिस अधिकारी को तुरंत निलंबित किया जाना चाहिए।” एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली राज्य सरकार की महिलाओं के लिए बहुप्रचारित ‘लाडकी बहिन योजना’ पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने पूछा कि मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री वर्तमान मामले में चुप क्यों हैं।
बता दें कि ठाणे के बदलापुर में स्थित आदर्श विद्यालय में नर्सरी में पढ़ने वाली दो बच्चियों के साथ स्कूल के ही एक सफाई कर्मचारी ने छेड़छाड़ की थी। पुलिस द्वारा दर्ज FIR के मुताबिक ये घटना 13 अगस्त सुबह से 9 से 12 बजे के बीच की है। इसके बाद 16 अगस्त को बच्चियों ने स्कूल जाने से इनकार कर दिया। वो काफी डरी हुई थीं। इस घटना से गुस्साए लोग स्कूल के सामने मंगलवार को प्रदर्शन कर रहे थे। देखते ही देखते वहां लोगों की भीड़ इकट्ठी हो गई और लोग पूरे शहर में लोग बैनर-पोस्टर लेकर सड़कों पर उतर आए। इसके बाद लोगों ने रेलवे स्टेशन का घेराव शुरू कर दिया। जहां पुलिस के साथ झड़प भी हुई है।