फिर कैसे चलेगी मोहब्बत की दुकान? माकन ने AAP से दोस्ती को बताया खुदकुशी जैसा
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कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय माकन ने सोमवार को एकबार फिर आम आदमी पार्टी पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने आम आदमी पार्टी पर बार-बार धोखा देने का भी आरोप लगाया। माकन ने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा कि यह बात बिल्कुल सही है कि कांग्रेस मुहब्बत की दुकान चला रही है।

लेकिन मुहब्बत की दुकान खुदकुशी कर के नहीं चलाई जा सकती है। यदि कोई चाहता है कि मुहब्बत की दुकान चलाने वाला खुदकुशी कर ले तब तो दुकान ही बंद हो जाएगी। यदि आप दुकान बंद कर के इसे चलाना चाहते हैं तो यह तो संभव ही नहीं है।

एनडीटीवी इंडिया के साथ बातचीत में अजय माकन ने कहा कि यदि कोई (अरविंद केजरीवाल) चाहता है कि कांग्रेस पार्टी खुदकुशी कर के, अपनी मोहब्बत की दुकान बंद कर ले तो मोहब्बत कैसे बांटेंगी। यदि कांग्रेस ही नहीं रहेगी, तो मुहब्बत की दुकान ही नहीं रहेगी। फिर मोहब्बत कहां रहेगी? सनद रहे माकन ने एक दिन पहले केजरीवाल पर आरोप लगाया था कि विपक्ष की एकता पर दिल्ली के सीएम का बयान भाजपा के साथ राजनीतिक सौदेबाजी के लिए सोच-समझ कर उठाया गया एक कदम है।

यह पूछे जाने पर कि कांग्रेस को आम आदमी पार्टी से दिक्कत क्या है। माकन ने कहा कि कांग्रेस को क्या दिक्कत है यह पूछे जाने से पहले तो आम आदमी पार्टी से सवाल किया जाना चाहिए कि क्या वह मित्रता करना भी चाहती है या नहीं। आम आदमी पार्टी एक ओर तो केंद्र के अध्यादेश के मसले पर कांग्रेस का समर्थन मांग रही है तो दूसरी ओर केजरीवाल राजस्थान में जाकर अशोक गहलोत और सचिन पायलट का मजाक उड़ाते हैं। यही नहीं जिस दिन विपक्षी दलों की बैठक थी उस तारीख को AAP के मुख्य प्रवक्ता कांग्रेस के बारे में उल्टा सीधा बयान देते हैं। मुझे नहीं लगता कि केजरीवाल किसी भी सूरत में समझौता चाहते हैं।

माकन ने कहा- असल में केजरीवाल जेल जाने से बचना चाहते हैं। वह तो भाजपा के आकाओं को खुश करने में लगे हुए हैं। वह विपक्षी दलों की बैठक में इसलिए शामिल होते हैं क्योंकि विपक्षी एकता को खंडित किया जा सके। कोई पहली बार नहीं है। केजरीवाल पहले भी हर बार भाजपा के साथ खड़े नजर आए हैं। आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता एक ओर तो कांग्रेस नेताओं के खिलाफ बयान दे रही है दूसरी ओर केजरीवाल समझौता करने की बात कहते हैं। हालांकि इन सबके बावजूद माकन ने यह जरूर कहा कि पार्टी इस मसले पर जो भी फैसला लेगी वह उनको मंजूर होगा।

यह पूछे जाने पर कि क्या दिल्ली और पंजाब कांग्रेस की इकाइयां इतना दबाव बना पाएंगी कि आला कमान इनकी बात को सुनेगा। माकन ने कहा कि यह केवल दिल्ली और पंजाब की बात नहीं है। गोवा, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और कर्नाटक समेत उन तमाम जगहों पर जहां से आम आदमी पार्टी ने भाजपा को मदद पहुंचाने के लिए अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं। उन सब जगहों के कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं से बातचीत हुई है। इन सभी जगहों के कांग्रेस नेताओं का मानना है कि आम आदमी पार्टी भाजपा की बी टीम है। इसकी उत्पत्ति कांग्रेस को नुकसान पहुंचाने के लिए हुई है। सवाल यह है कि कांग्रेस को खत्म कर के विपक्ष को कैसे मजबूत किया जा सकता है।

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