बीजेपी लीडर स्मृति ईरानी ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पर जमकर निशाना साधा। न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता को हार का डर था, इसलिए वह चुनाव नहीं लड़ रही हैं।
स्मृति से पूछा गया कि आपको क्या लगता है कि प्रियंका अमेठी से चुनाव क्यों नहीं लड़ रही हैं? इसके जवाब में उन्होंने कहा, ‘ऐसा इसलिए क्योंकि उन्हें हार का डर था। वह हार से अपने करियर की शुरुआत नहीं करना चाहती हैं।’ उन्होंने कहा कि अगर मैं इतनी ही खराब थी तो मेरे खिलाफ चुनाव लड़ लेतीं।
अमेठी से भाजपा की उम्मीदवार ने कहा, ‘अगर स्मृति ईरानी इतनी कमजोर थी तो लड़ लेतीं, अगर यहां पर बीजेपी के चांस कम थे तो फिर लड़ लेतीं।’ उन्होंने कहा कि आप झूठ की पराकाष्ठा देखिए कि जब आपने (राहुल गांधी) वायनाड से पर्चा भरा तो वहां के लोगों को यह नहीं बताया। एक और झूठ की पराकाष्ठा देखिए कि जब वो रायबरेली आए तो नामांकन से पहले उन्होंने पूजा की, मगर वायनाड में आपने पूजा क्यों नहीं की। पूजा तो आखिर आस्था का विषय है न। वायनाड जाकर मुस्लिम लीग के झंडे छिपाए जाते हैं और रायबरेली आने पर थोड़ी सी पूजा की जाने लगती है।
कांग्रेस वाले तो राम का प्रसाद भी ठुकरा देते हैं: ईरानी
इससे पहले स्मृति ईरानी ने कहा था कि कांग्रेस राम विरोधी है। कांग्रेस कहती है कि हम सत्ता में आएंगे तो राम मंदिर के फैसले को पलट देंगे। कांग्रेस वाले तो भगवान राम का प्रसाद भी ठुकरा देते हैं। ईरानी ने गुरुवार को चुनावी जनसभा में कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा, ‘मंदिर में कमल चढ़ाया जाता है, हाथ नहीं चढ़ाया जाता है। इसलिए आप लोग आने वाली 20 मई को कमल के फूल वाली बटन दबाकर भाजपा के समर्थन में वोट कीजिए। अमेठी ने पिछली बार पूरे देश को संदेश दिया था। इस बार भी आप लोग कमल के फूल को समर्थन दीजिए।’