पहले चरण के लोकसभा चुनाव में बिहार की चार सीटों पर 50 प्रतिशत से भी कम मतदान से परेशान चुनाव आयोग ने दूसरे चरण में वोटिंग बढ़ाने के लिए कई तरह की पहल की है। बुजुर्ग, दिव्यांग, गर्भवती महिलाएं व नवजात बच्चों की मां को मतदान केंद्र पर लाने और घर पहुंचाने के लिए वाहनों का इंतजाम करने का निर्देश सभी जिलों के डीएम को दिया गया है।इसके अलावा 2019 के मुकाबले दस प्रतिशत या उससे ऊपर वोटिंग करवाने वाले पोलिंग स्टाफ को 5000 रुपए से लेकर 500 रुपए तक के नकद पुरस्कार दिए जाएंगे। राज्य निर्वाचन विभाग ने सभी जिलों के जिला निर्वाचन पदाधिकारियों को निर्देश जारी कर दिया है। मौसम विभाग ने लू का अलर्ट जारी कर दिया है जिससे साफ है कि 26 अप्रैल को धूप से कोई राहत नहीं मिलेगी।
मंगलवार को सभी जिलों के डीएम के साथ ऑनलाइन मीटिंग में राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एचआर श्रीनिवास ने इस तरह के निर्देश दिए हैं। एसीईओ आलोक रंजन घोष ने बताया कि सभी डीएम से कहा गया है कि वो चिह्नित कैटेगरी के वोटरों को बूथ तक लाने के लिए मुफ्त वाहन की बेहतर योजना बनाएं। 26 अप्रैल को किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, भागलपुर और बांका में दूसरे चरण के चुनाव के तहत मतदान है। जिनके लिए मुफ्त वाहन सुविधा की व्यवस्था होगी वो इसका फायदा उठाने के लिए वोटर हेल्पलाइन नंबर 1950 पर फोन करके या अपने बूथ के पदाधिकारियों से बात करके बुकिंग करवा सकते हैं। सीईओ ऑफिस पटना से 9322 मतदान केंद्रों पर दूसरे चरण के मतदान का वेबकास्ट से निगरानी करेगा। इनमें आधे से ज्यादा बूथ पर वेबकास्ट की सुविधा लगाई गई है।
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण की 5 सीटों पर प्रचार थमा, सीमांचल और पूर्वी बिहार में आरपार की लड़ाईमुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बूथ और ब्लॉक लेवल पर 2019 के मुकाबले 10 फीसदी या ज्यादा वोटिंग के सूत्रधारों को प्रोत्साहन राशि का ऐलान किया है। बीएलओ, जीविका दीदी, विकास मित्र, किसान सलाहकार और दूसरे पोलिंग स्टाफ को इसका फायदा मिलेगा। सभी जिलों के डीएम इसके विजेता का चयन करेंगे। पहले पुरस्कार में 5000 रुपए, दूसरे में 3000 रुपए और तीसरे में 2000 रुपए का इनाम मिलेगा। इनके अलावा दस और लोगों को 500-500 रुपए की नकद प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। बिहार में पहले चरण में 48.23 प्रतिशत मतदान हुआ है। पहले चरण की चार सीटों पर 2019 में 53.47 फीसदी वोटिंग हुई थी।