उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बाद पश्चिम बंगाल में अब सीएम ममता बनर्जी का बुलडोजर निकला है। मगर, यहां तो सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस (TMC) के एक ऑफिस को ही बुलडोजर से गिरा दिया गया।
रिपोर्ट के मुताबिक, मुर्शिदाबाद जिले में जिला प्रशासन की ओर से बुधवार को टीएमसी के ‘अवैध कार्यालय’ को ढहाया गया। ममता की पार्टी का यह दफ्तर जिले के बरुआ इलाके में बनाया गया था। कहा जा रहा है कि यह ऐसी पहली घटना है जब बंगाल में बुलडोजर से टीएमसी के किसी कार्यालय को तोड़ा गया है।
कलकत्ता हाई कोर्ट की ओर से हाल ही में इसे लेकर एक आदेश पारित हुआ था, जिसमें जिला प्रशासन को टीएमसी पार्टी ऑफिस को गिराने का निर्देश दिया गया। TMC के दफ्तर को आज जब गिराया तब मौके पर जिलाधिकारी समेत बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारी मौजूद थे। ऑफिसर्स ने अवैध कार्यालय को जेसीबी से गिराने का आदेश सुनाया। मौके पर टीएमसी के कुछ कार्यकर्ता भी पहुंचे हुए थे। उन्होंने अधिकारियों से पार्टी ऑफिस नहीं तोड़ने की अपील की। हालांकि, जिला प्रशासन ने एचसी के आदेश के तहत इस काम को अंजाम दिया।
उत्तराखंड में भी अवैध निर्माण पर चले बुलडोजर
कुछ दिनों पहले ही पौड़ी जिले के कोटद्वार में दो दशक से अधिक पुरानी अवैध मजार को बुलडोजर चलाकर ढहा दिया गया। कोटद्वार के उप-जिलाधिकारी प्रमोद कुमार ने बताया कि वन भूमि पर बनी बाबा गयासुउद्दीन औला-ए-करीम शाह की अवैध मजार पर किसी के द्वारा कोई दावा प्रस्तुत नहीं किया। इसके बाद वन विभाग, पुलिस और स्थानीय प्रशासन की संयुक्त टीम द्वारा इसे ध्वस्त कर दिया गया। उन्होंने बताया कि कुछ दिनों पहले प्रशासन की ओर से मजार पर सार्वजनिक नोटिस चिपकाकर इस भूमि और मजार पर 15 दिनों के भीतर दावा प्रस्तुत करने को कहा गया था।
वहीं, गुजरात के दो शहरों, जहां के स्थानीय निकायों पर भी बीजेपी का शासन है, वहां मंदिर-मस्जिद और दरगाहों पर बुलडोजर चलाए जा रहे हैं। मध्य गुजरात के दाहोद और सौराष्ट्र के जूनागढ़ शहर में दो स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की वजह से मंदिर, मस्जिद, कब्र और दरगाहों को स्थानीय अधिकारी ध्वस्त कर रहे हैं। जूनागढ़ दुनिया में एशियाई शेरों के अंतिम घर के रूप में जाने जाते हैं। दाहोद में स्थानीय निकाय स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर में 10 सड़कों का विस्तार कर रहा है। इसके लिए 11 मई से ध्वस्तीकरण के काम शुरू किए गए हैं। बुलडोजर के ऐक्शन में भगवान गणेश को समर्पित एक मंदिर को गिरा दिया गया।