कर्नाटक के हासन से जेडीएस के निलंबित सांसद प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ विदेश मंत्रालय ने भी ऐक्शन शुरू कर दिया है। रेवन्ना के डिप्लोमैटिक पासपोर्ट को रद्द करने की कार्रवाई शुरू की जा चुकी है।विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने गुरुवार को यह जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि पासपोर्ट अधिनियम के प्रावधानों के तहत यह ऐक्शन लिया जा रहा है। प्रज्वल रेवन्ना पर कर्नाटक की कई महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न करने का आरोप है। रेवन्ना के कई सेक्स टेप भी सोशल मीडिया पर वायरल हो चुके हैं, जिससे कर्नाटक की राजनीति में हड़कंप मच गया था।प्रज्वल रेवन्ना आज आधी रात बेंगलुरु लौटेंगे और 31 मई को सुबह 10 बजे एसआईटी के सामने पेश होंगे। हालांकि, कर्नाटक के गृह मंत्री ने साफ कहा है कि गिरफ्तारी जरूरी हुई तो एयरपोर्ट से ही अरेस्ट कर लिया जाएगा। विदेश मंत्रालय ने रेवन्ना को पहले ही एक नोटिस जारी किया है और जवाब देने के लिए 10 दिन का समय दिया था, जिसमें बताया गया था कि राजनयिक पासपोर्ट क्यों न रद्द किया जाए? यौन उत्पीड़न के कई मामलों में नाम आने से पहले प्रज्वल रेवन्ना राजनयिक पासपोर्ट पर एक महीने पहले भारत से बाहर चले गए थे। कर्नाटक सरकार ने आरोपों की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया, लेकिन प्रज्वल इस दौरान देश नहीं लौटे और बाहर ही रहे।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार प्रज्वल ने लुफ्थांसा की म्यूनिख-बेंगलुरु उड़ान में ‘बिजनेस क्लास’ का टिकट बुक कराया है। सूत्रों ने बताया कि प्रज्वल के 31 मई को भारतीय समयानुसार रात साढ़े 12 बजे केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरने की उम्मीद है। परमेश्वर ने कहा, ”सूचना यह है कि वह (प्रज्वल) आएंगे, उन्होंने विमान का टिकट बुक करा लिया है। एसआईटी ने आवश्यक तैयारियां कर ली हैं। यदि वह आते हैं तो कानूनी प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।” उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा, ”कानून के अनुसार उनके खिलाफ वारंट जारी किया गया है, इसलिए उन्हें गिरफ्तार करना होगा। एसआईटी इस संबंध में फैसला करेगी।” उन्होंने कहा, ”उन्होंने (प्रज्वल) वीडियो बयान में कहा है कि वह 31 मई को सुबह 10 बजे एसआईटी के सामने पेश होंगे। हम केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के माध्यम से इंटरपोल से अनुरोध करेंगे, क्योंकि राज्य सरकार सीधे ऐसा नहीं कर सकती। हमें यह काम भारत सरकार की एजेंसियों के माध्यम से करना होगा।”
रेवन्ना के खिलाफ लोगों ने किया प्रदर्शन
कई महिलाओं के यौन शोषण के आरोपों का सामना कर रहे जनता दल (सेक्युलर) के निलंबित नेता प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ गुरुवार को सैकड़ों लोगों ने प्रदर्शन किया और पीड़ितों के लिए न्याय की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने ‘हासन चलो’ मार्च में शिरकत की व आरोपियों की गिरफ्तारी और मामले की निष्पक्ष जांच की भी मांग की। इस मार्च का आयोजन ‘नवेड्डु निलादिद्दरे’ नामक मानवाधिकार समूह द्वारा किया गया था। इसमें राज्य भर से महिलाओं, श्रमिकों, किसानों और दलितों ने हिस्सा लिया। प्रज्वल की गिरफ्तारी की मांग के अलावा मार्च में शामिल हुए लोगों ने पीड़ितों के लिए न्याय की भी मांग की और उनके साथ एकजुटता व्यक्त की। मार्च यहां महाराजा पार्क के निकट हेमावती प्रतिमा से शुरू हुआ और हासन की उपायुक्त सी सत्यभामा को एक ज्ञापन सौंपने के बाद यह संपन्न हुआ।