दिल्ली कोचिंग हादसे के बाद जागा वाराणसी प्रशासन, वीडीए ने सील किए 11 कोचिंग संस्थानों के बेसमेंट
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दिल्ली कोचिंग हादसे के बाद वाराणसी प्रशासन हरकत में आ गई है। मंगलवार को वाराणसी डेवलेपमेंट अथॉरिटी की टीम ने बेसमेंट में चल रही व्यावसायिक गतिविधियों के खिलाफ अपने पांचों जोन में अभियान चलाया।

इस दौरान कुल 13 कोचिंग संस्थानों पर कार्रवाई की गई। इनमें 11 के बेसमेंट सील कर दिये गए। जबकि 2 अन्य को नोटिस जारी किया गया।

वीडीए की कार्रवाई की जद में कोइराजपुर स्थित शिवम इंस्टीट्यूट, आकांक्षा सेल्फ स्टडी लाइब्रेरी और शुभम डिजिटल लाइब्रेरी, दुर्गाकुंड स्थित डिजाइन कोचिंग, कबीरनगर स्थित माई क्लासेज, बैजलपट्टी स्थित एनआर इंस्टीट्यूट, पं.दीनदयाल नगर स्थित प्रिवेल क्लासेज, रवींद्रपुरी स्थित रक्षक अकादमी, बलुआ रोड स्थित आशा अकादमी और आशापुर स्थित एसएस ट्यूटोरियल समेत कई अन्य के बेसमेंट सील किए गए। इसके अलावा तिलमापुर स्थित इंटायर एजुकेशन और आशापुर स्थित आधार इंस्टीट्यूट को नोटिस दी गई है। कोचिंग संचालकों को भविष्य में बेसमेंट में कक्षाएं या कोई भी शिक्षण गतिविधि न करने की सख्त चेतावनी दी गई।

नई दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में एक कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में तीन विद्यार्थियों की मौत के बाद शासन के निर्देश पर वीडीए सक्रिय हुआ है। प्राधिकरण सचिव डॉ. वेदप्रकाश मिश्रा, संयुक्त सचिव परमानंद यादव समेत जोनल अधिकारियों प्रमोद तिवारी और सिंह गौरव जयप्रकाश की टीम शहर के अलग-अलग स्थानों पर पहुंची। छापेमारी की सूचना मिलते ही कोचिंग संचालकों में हड़कंप मच गया। वीडीए की टीम महमूरगंज स्थित दो कोचिंग संस्थानों में पहुंची लेकिन वहां बेसमेंट में कक्षाएं नहीं चलती मिलीं।

अधिकारियों ने कोचिंग संचालकों को नोटिस जारी करके भविष्य में बेसमेंट में शिक्षण गतिविधि न करने की हिदायत दी। रवींद्रपुरी कॉलोनी में एनडीए-सीडीएस के कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में कक्षाएं चलने पर उसे सील कर दिया गया। वीडीए सचिव ने कहा कि बेसमेंट के व्यावसायिक इस्तेमाल के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी। बेसमेंट का इस्तेमाल पार्किंग या स्टोर के लिए ही किया जा सकता है। उन्होंने बताया, यह भी जांच होगी कि आवासीय भवनों में वाणिज्यिक गतिविधियां तो नहीं चल रही हैं। बेसमेंट में नर्सिंग होम, पैथोलॉजी सेंटर, क्लीनिक और नक्शे के विरुद्ध व्यावसायिक गतिविधियों पर भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।

कोचिंग के बाहर सीवर ओवरफ्लो हो रहा

रवींद्रपुरी में एनडीए, सीडीएस, एसएसबी, रेलवे की तैयारी कराने वाले एक कोचिंग संस्थान के बाहर सीवर ओवरफ्लो हो रहा है। यदि बारिश के बाद जलभराव से बेसमेंट में पानी घुस जाए तो वहां विद्यार्थियों की मौजूदगी में हादसे से इनकार नहीं किया जा सकता।

बेसमेंट में लाइब्रेरी, शिक्षकों के केबिन

कबीरनगर कॉलोनी में कोचिंग संस्थानों की मनमानी चरम पर है। नई दिल्ली में पिछले दिनों हादसे के बाद भी बेसमेंट में कक्षाएं तो चल ही रही थीं, लाइब्रेरी का संचालन हो रहा था। वहीं शिक्षकों के केबिन भी बने हैं। पांच कोचिंग संस्थानों के बेसमेंट में यही हाल नजर आया।

अग्निशमन विभाग ने जांचे 10 कोचिंग सेंटर

दिल्ली की घटना के मद्देनजर अग्निशमन विभाग भी अलर्ट मोड में है। मुख्य अग्निशमन अधिकारी आनंद सिंह राजपूत ने बताया कि मंगलवार को पिंडरा फायर स्टेशन की टीम ने देहात क्षेत्र में आठ और चेतगंज की टीम ने शहर के दो कोचिंग सेंटरों की जांच की। कहीं भी बेसमेंट में कक्षाएं चलती नहीं मिलीं। कोचिंग संचालकों को सुरक्षा के मानक पूरा करने का सुझाव दिया गया। बुधवार को भेलूपुर की टीम भी निरीक्षण के लिए निकलेगी।

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