दिल्ली के कथित शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की नेता के कविता ने तिहाड़ जेल में अपनी पहली रात बिताई। तिहाड़ जेल के सूत्रों ने बुधवार को बताया कि उन्हें जेल का खाना परोसा गया।के. कविता ने अपनी पहली रात जेल नंबर छह में दो अन्य महिला कैदियों के साथ एक कोठरी में बिताई। यह महिला सेल थी। के. कविता ने दाल और चावल खाया। यह भोजन मंगलवार रात को अन्य कैदियों को भी परोसा गया था।पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, के. कविता ने बुधवार को सुबह नाश्ते के साथ चाय भी पी। कविता को मंगलवार शाम को तिहाड़ जेल ले जाया गया था। दिल्ली की एक विशेष अदालत ने के. कविता को ईडी की याचिका पर 9 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। ईडी का कहना था कि यदि के. कविता को रिहा किया गया तो वह सबूतों के साथ छेड़छाड़ कर सकती हैं। साथ ही गवाहों को प्रभावित भी कर सकती हैं।एक सूत्र ने बताया कि के. कविता की मेडिकल जांच की गई। फिर उन्हें सीधे उनकी सेल में भेज दिया गया। मेडिकल जांच के दौरान उनका बीपी थोड़ा कम था लेकिन बाद में यह नार्मल हो गया। जेल के नियमों के अनुसार, के. कविता को एक गद्दा, चप्पल, कपड़े, एक चादर और एक कंबल दिया गया। उनको दवाएं भी दी गईं। हालांकि उन्होंने जेल प्रशासन ने कुछ भी खास नहीं मांगा। अधिकारियों ने बताया कि के. कविता को अदालत के आदेश और जेल नियमों के अनुसार चीजें दी जाएंगी।जेल के एक अधिकारी ने बताया कि अदालत के आदेश के अनुसार, के. कविता को घर का बना खाना, एक गद्दा, चप्पल, कपड़े, एक बेडशीट, एक कंबल, किताबें, कलम, कागज और दवाएं रखने की अनुमति है। उनको गहने पहनने की भी अनुमति दी गई है। हालांकि, जब वह जेल पहुंची थीं तो उन्होंने कोई गहना नहीं पहना था। के. कविता के लिए चाय, भोजन और टेलीविजन देखने का समय अन्य कैदियों के समान ही होगा। वह तिहाड़ जेल की लाइब्रेरी का भी इस्तेमाल कर सकती हैं।बता दें कि AAP नेता मनीष सिसोदिया और संजय सिंह के बाद के. कविता तीसरी नेता हैं जो दिल्ली के तथाकथित शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार होने के बाद तिहाड़ जेल में कैद हैं। मनीष सिसोदिया जेल नंबर एक में तो संजय सिंह जेल नंबर दो में बंद हैं। वहीं आप नेता सत्येन्द्र जैन जेल नंबर सात में बंद हैं। के. कविता जेल नंबर छह में कैद हैं। अधिकारियों ने बताया कि तिहाड़ की जेल नंबर छह में लगभग 500 महिला कैदी बंद हैं।