राष्ट्रीय लोकदल (RLD) प्रमुख जयंत चौधरी के इंडिया गठबंधन और सपा का दस साल पुराना साथ छोड़कर भाजपा के साथ जाने की अटकलों के बीच सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर ने बड़ा दावा किया है। ओपी राजभर ने गुरुवार को लखनऊ में कहा कि जयंत चौधरी की रालोद 12 फरवरी को एनडीए का हिस्सा बन जाएगी।
जयंत की पार्टी रालोद की 12 फरवरी को राजग में औपचारिक ज्वाइनिंग हो जाएगी। ओपी राजभर की पार्टी सुभासपा भी एनडीए गठबंधन का हिस्सा है। पिछले विधानसभा चुनाव में सुभासपा ने रालोद और सपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। जुलाई में ओपी राजभर सपा का साथ छोड़कर एनडीए में आ गए थे। फिलहाल रालोद की तरफ से इस बारे में कुछ भी नहीं बोला जा रहा है। गुरुवार को अखिलेश यादव ने भी जयंत के सवाल पर बीजेपी पर हमला बोला। उनकी बातों से भी ऐसा लगा कि रालोद अब इंडिया की हिस्सा न होकर एनडीए में जा रही है।
बार-बार अपने मंत्री बनने की तारीख देने वाले ओपी राजभर ने जयंत चौधरी के एनडीए में शामिल होने के लिए 12 फरवरी की तारीख देने के साथ ही कहा कि यह अब बिल्कुल कंफर्म है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि हम कंफर्म बातें ही बोलते हैं। हालांकि अपने मंत्री बनने की तारीख को लेकर अब वह कहते हैं कि जब भी मंत्रिमंडल का विस्तार होगास, उन्हें मंत्री जरूर बनाया जाएगा।
जयंत चौधरी के एनडीए में जाने के बाद सपा को कितनी दिक्कत होगी? इस सवाल पर ओपी राजभर ने कहा अब अखिलेश यही कहेंगे कि भगवान अब हमें बुला लें। जब मीडिया ने बुला लें का मतलब पूछा तो राजभर ने कहा कि जयंत चौधरी के जाने के बाद अखिलेश तो भगवान से यही कहेंगे कि उन्हें अब सदन से बुला लिया जाए। अकेले सदन में रहकर क्या करेंगे। रामलला के दर्शन को लेकर भी अखिलेश कहते रहते हैं कि भगवान जब बुलाएंगे तभी दर्शन होगा। बुलाने का अन्यथा मतलब नहीं निकालना चाहिए।
राजभर ने स्वामी प्रसाद की बयानबाजी को लेकर भी अखिलेश को दोषी बताया। कहा कि अखिलेश यादव के शह पर ही स्वामी प्रसाद ऐसी बयानबाजी कर रहे हैं। स्वामी प्रसाद मौर्य संविधान को नहीं मानते हैं। अगर मानते तो इस तरह की बातें नहीं करते।