इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि भारत निकट भविष्य में 100 सेमीकंडक्टर डिजाइन स्टार्टअप बनाने का लक्ष्य लेकर चल रहा है, जो न केवल घरेलू बाजार के लिए बल्कि दुनिया के लिए भी अभिनव डिजाइन और समाधान विकसित करेगा।
शुक्रवार को आईआईटी दिल्ली में छात्रों, युवा नवप्रवर्तकों, उद्योग हितधारकों और अन्य लोगों की एक सभा को संबोधित करते हुए, मंत्री ने कहा कि देश में जल्द ही सेमीकंडक्टर क्षेत्र में 85 हजार उच्च-कुशल पेशेवरों का प्रतिभा पूल होगा।
100 सेमीकंडक्टर डिजाइन स्टार्टअप तैयार करने की योजना
चंद्रशेखर ने फ्लैगशिप ‘सेमिकॉन इंडिया’ इवेंट के तीसरे संस्करण में मुख्य वक्ता के रूप में कहा, हमारा लक्ष्य 100 सेमीकंडक्टर डिजाइन स्टार्टअप तैयार करना है, क्योंकि इस क्षेत्र में नवाचार की अपार संभावनाएं हैं। चंद्रशेखर के अनुसार, केवल 14 महीनों में, देश ने न केवल विनिर्माण और डिजाइन में अवसर पैदा किए हैं, बल्कि बिल्कुल नए पाठ्यक्रम के साथ, हम जल्द ही न केवल भारत के लिए बल्कि दुनिया के लिए भी एक नया 85 हजार टैलेंट पूल प्रदान करेंगे। मंत्री ने कहा, डिजिटल स्पेस या टेक स्पेस में ऐसा कुछ भी नहीं है, जिसका भारत आने वाले वर्षों में हिस्सा नहीं होगा।
सेमीकंडक्टर क्षेत्र में सहयोग के अनगिनत अवसर
जापानी सेमीकंडक्टर निर्माण कंपनी रेनेसस इलेक्ट्रॉनिक्स के अध्यक्ष और सीईओ हिदेतोशी शिबाता ने इस कार्यक्रम में कहा कि भारत कंपनी के वैश्विक कारोबार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और सेमीकंडक्टर क्षेत्र में सहयोग के अनगिनत अवसर हैं। केंद्र सरकार ने भारतीय अर्धचालक डिजाइन स्टार्टअप में निवेश करने के लिए 1,200 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है। देश ने हाल ही में सेमीकंडक्टर्स और डिस्प्ले मैन्युफैक्च रिंग यूनिट्स के लिए 76,000 करोड़ रुपये की प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम लॉन्च की है।