चिटफंड कंपनी के नाम पर ग्राहकों से ढाई करोड़ की ठगी का मामला सामने आया है। ग्राहकों को अपने भरोसे पर लेने के लिए ठगों के इस नायाब तरीकों को जानकर पुलिस भी हैरान रह गई। हैरानी की बात है कि चिटफंड कंपनी के नाम पर यूपी समेत कई राज्यों में फर्जीवाड़ा होने की बात सामने आ रही है।
ठगी के शिकार ग्राहकों की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया। मामले की जांच जारी है।
चिटफंड कंपनी की तरह रकम जमा करने पर उसे बढ़ाकर देने का दावा करने वाले कंपनी के निदेशक ने आठ लोगों पर धोखाधड़ी करने का केस दर्ज कराया है। आठों आरोपी कंपनी की अलग-अलग शाखाओं में निदेशक और अन्य पदों पर रहे हैं। आरोप है कि इन्होंने फर्जीवाड़े से ग्राहकों के ढाई करोड़ रुपये लेकर उनका भुगतान नहीं किया।
एसओ वसंत विहार महादेव उनियाल ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर कैलाशी विजन प्रोड्यूसर कंपनी के निदेशक नसीबुद्दीन निवासी जमनपुर, सेलाकुई की तरफ केस दर्ज कि गया है। जिसमें फुरकान निवासी सहसपुर, देहरादून, राकेश कुमार उनियाल निवासी गुमानीवाला, ऋषिकेश, नरेश चंद कुकरेती निवासी रायवाला, ऋषिकेश, शाहनवाज अहमद निवासी नजीबाबाद जिला बिजनौर, उदयराज सिंह निवासी नजीबाबाद, जिला बिजनौर, पूनम चौहान निवासी ऋषिकेश, अरुण पाल निवासी नजीबाबाद और धीरेंद्र कुमार निवासी नजीबाबाद जिला बिजनौर, यूपी को आरोपी बनाया गया है। नसीबुद्दीन की कंपनी की कई शाखाएं खोली गईं।
यह शाखाएं देहरादून जिले के अलावा यूपी के जिला बिजनौर के नजीबाबाद, चंदक, रायपुर सादात, नूरपुर, नगीना और कोटद्वार में थीं। इन शाखाओं के निदेशक उदयराज सिंह, शाहनवाज अहमद, रायपुर सदात और शाखा प्रबंधक धीरेन्द्र कुमार, अरुण कुमार पाल थे। रायवाला, छिद्दरवाला, ऋषिकेश की शाखा के निदेशक नरेश चंद कुकरेती, राकेश कुमार उनियाल और शाखा प्रबंधक पूनम चौहान थीं।
सहसपुर, तिपरपुर और सेलाकुई शाखा का निदेशक फुरकान था। सभी शाखाओं से खाते खोलने और ग्राहकों से एकत्रित रकम को जमा करने और मेच्योर राशि का भुगतान देहरादून शाखा की मुख्य शाखा से होता था। आरोप है कि नामजद आरोपियों ने अपनी-अपनी शाखाओं में लोगों के फर्जी खाते खोले। इनके नाम पर लोन लेकर खुद हड़प लिया।
पुलिस जांच में खुले कई राज
करोड़ों की ठगी के बाद पुलिस भी एक्टिव हो गई। ग्राहकों की शिकायत के बाद केस दर्ज कर पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है। पुलिस सूत्रों की बात मानें तो चिटफंड कंपनी के नाम पर यूपी समेत कई राज्यों में ग्राहकों के साथ ठगी की गई है। पुलिस की बात मानें तो आरोपियों ने लोगों को ठगने के लिए कई शहरों में कई शाखाएं भी खोलीं हैं।