नई दिल्ली. चक्रवाती तूफान बिपरजाय का लैंडफॉल शुरू हो गया है. सरल भाषा में समझें तो अरब सागर में उमड़ा यह तूफान अब तटीय क्षेत्र से टकरा गया है. जिसके चलते तेज हवाएं चल रही हैं और जमकर बारिश हो रही है.
हवाओं की गति फिलहाल 125 किलोमीटर प्रति घंटा है। बताया जा रहा है कि इसके चलते बड़ी संख्या में पेड़ भी उखड़ गए हैं। अगले दो से तीन घंटों में यह गुजरात के जखाऊ पोर्ट से भी टकरा जाएगा, जहां सबसे ज्यादा नुकसान होने की आशंका जताई जा रही है. यह पूरी प्रक्रिया 5 से 6 घंटे तक चलेगी.
अगले 5 से 6 घंटे सौराष्ट्र और कच्छ के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण होने वाले हैं. सौराष्ट्र भी इस वक्त रेड अलर्ट पर है. बताया गया कि चक्रवात का केंद्र बिंदु जिस क्षेत्र के ऊपर होगा वहां हवाएं कम हो जाएगी और बारिश भी कम हो जाएगी. लोग ऐसा न सोचें की चक्रवात खत्म हो गया बल्कि सूचनाओं का इंतजार करें. जैसे ही केंद्र बिंदु पास करेगा फिर तेज हवाएं और तेज बारिश आएगी.मौसम विभाग ने कहा कि चक्रवात के कारण तूफान की तेजी खगोलीय ज्वार से 2-3 मीटर ऊपर होगी. इस दौरान द्वारका, ओखा, दीव, नलिया, वेरावल, भुज, पोरबंदर और कांडला के निचले इलाकों में पानी भर जाने की आशंका है. इनमें से कुछ जिलों में खगोलीय ज्वार अलग-अलग जगहों पर 3-6 मीटर तक हो सकते हैं.केंद्र सरकार भी बिपरजॉय तूफान को लेकर काफी संजीदा है। यही वजह है कि स्वयं गृह मंत्री अमित शाह ने भी बिपरजॉय को लेकर आला अधिकारियों से सुबह से जानकारी ली थी। राहत और बचाव कार्य के इंतजाम किस तरीके से किए गए हैं उसकी भी जानकारी प्रदेश और केंद्रीय एजेंसियों से ले रहे हैं. मौसम विभाग (IMD) ने कहा है कि बिपरजॉय का ‘वाल क्लाउड’ क्षेत्र आज शाम गुजरात के सौराष्ट्र तट को छू गया है. इसका सीधा संकेत है कि यहां तूफान जल्द ही आ सकता है. तूफान बिपरजॉय कच्छ जिले में जखाऊ बंदरगाह के पास लैंडफाल की ओर बढ़ रहा है.