शिवसेना के स्थापना दिवस के मौके पर उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे ने मुंबई के दो इलाकों में समानांतर कार्यक्रम आयोजित किए। इस दौरान दोनों नेताओं ने एक दूसरे पर खूब हमले किए। जनता के समर्थन से उत्साहित उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुली चुनौती दे दी।
उद्धव ठाकरे ने इस साल के अंत में होने वाले चुनाव की ओर इशारा करते हुए कहा, “मोदी जी, मैं आपको महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार शुरू करने के लिए आमंत्रित करता हूं… यह आप बनाम मैं होगा।”
संभावित सुलह से जुड़ी अटकलों पर विराम
उन्होंने शिवसेना के दो गुटों के हाथ मिलाने और एनडीए में जाने की अटकलों को भी खारिज कर दिया। शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बुधवार को कहा कि वह उन लोगों के साथ कभी नहीं जाएंगे जिन्होंने उनकी पार्टी को “खत्म” करने की कोशिश की। इसके साथ ही लोकसभा चुनाव के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ संभावित सुलह से जुड़ी अटकलों पर विराम लग गया।
ठाकरे ने शिवसेना के 58वें स्थापना दिवस पर यहां आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि नौ जून को सत्ता में आई नरेंद्र मोदी सरकार गिर जाएगी और उसकी जगह ‘इंडिया’ गठबंधन नीत सरकार सत्ता संभालेगी। हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनावों में भाजपा के प्रदर्शन पर पूर्व मुख्यमंत्री ठाकरे ने कहा कि राष्ट्रीय पार्टी (भाजपा) यह खबर फैलाकर अपनी नाकामी छिपाने की कोशिश कर रही है कि शिवसेना (यूबीटी) सत्तारूढ़ राजग में शामिल हो जाएगी।
विधान परिषद की 11 सीटों के लिए कोई चुनाव नहीं होना चाहिए- उद्धव
ठाकरे ने भाजपा के साथ फिर से गठबंधन करने की अटकलों के संबंध में कहा, “हम उन लोगों के साथ कभी नहीं जाएंगे जिन्होंने शिवसेना को खत्म करने की कोशिश की।” उन्होंने कहा कि जब तक उच्चतम न्यायालय निचले सदन के कुछ सदस्यों से संबंधित अयोग्यता याचिकाओं पर फैसला नहीं सुना देता, विधान परिषद की 11 सीटों के लिए कोई चुनाव नहीं होना चाहिए।
विधान परिषद की 11 सीटों के लिए 12 जुलाई को चुनाव होने हैं। इस चुनाव में विधायक मतदान करेंगे। ठाकरे ने भाजपा पर हिंदुत्व को त्यागने का आरोप लगाया और सवाल किया कि क्या राष्ट्रीय पार्टी का क्षेत्रीय दलों तेदेपा और जद (यू) के साथ गठबंधन स्वाभाविक है। शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष ठाकरे ने भाजपा के हिंदुत्व को “प्रतिगामी” करार दिया और अपनी पार्टी के हिंदुत्व को “प्रगतिशील” बताया।
बालासाहेब ठाकरे के नाम पर वोट मांगने का कोई अधिकार नहीं है- शिंदे
वहीं दूसरे ओर एकनाथ शिंदे ने भी कार्यक्रम में ठाकरे पर जोरदार हमला किया। एकनाथ शिंदे ने कहा कि आपका (उद्धव ठाकरे का) हिंदुत्व कहां चला गया, आपको बालासाहेब ठाकरे के नाम पर वोट मांगने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि शिवसेना (यूबीटी) ने कांग्रेस के वोट बैंक के कारण कुछ लोकसभा सीटें जीतीं। उन्होंने कहा, “आपने वोट बैंक की राजनीति के लिए बालासाहेब ठाकरे की विचारधारा को त्याग दिया।”