हिमाचल प्रदेश में भाजपा ने नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई है। प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने डॉ. राजीव बिंदल (Dr. Rajeev Bindal) को हिमाचल प्रदेश भाजपा (Himachal Pradesh BJP) का नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है।
यह नियुक्ति तत्काल प्रभाव से लागू कर दी गई है। भाजपा ने हिमाचल प्रदेश में संगठन की कमान डॉ. राजीव बिंदल को ऐसे वक्त में सौंपी है जब साल 24 के लोकसभा चुनाव सामने हैं। पार्टी लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी है।
चार बार के विधायक रहे बिंदल को तीन साल के भीतर दूसरी बार प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंपी गई है। राजीव बिंदल से पहले सुरेश कश्यप भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष का पद संभाल चुके हैं। राजीव बिंदल को जनवरी 2020 में प्रदेश अध्यक्ष का जिम्मा सौंपा गया था। उस दौरान बिंदल ने प्रदेश अध्यक्ष बनने के लिए हिमाचल विधानसभा का अध्यक्ष पद छोड़ा था। अपनी नियुक्ति के साढ़े चार महीने के भीतर राजीव बिंदल ने प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था।
भाजपा के तेज तर्रार नेताओं में शुमार राजीव बिंदल का जन्म साल 1955 में सोलन जिले में हुआ। उन्होंने पहली बार 1995 में राजनीति में कदम रखा। साल 2000 में सोलन से पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ा और जीत भी दर्ज की। साल 2003 और 2007 में लगातार चुनाव जीतकर तीसरी बार विधानसभा पहुंचे। धूमल सरकार में वह स्वास्थ्य मंत्री बने। साल 2012 में सोलन विधानसभा क्षेत्र आरक्षित कर दिया गया। उसके बाद बिंदल ने सिरमौर जिले के नाहन से चुनाव लड़ा और विधानसभा पहुंचे। साल 2017 में वह नाहन से दोबारा चुनाव जीते।
हिमाचल प्रदेश भाजपा में यह फेरबदल शिमला नगर निगम चुनाव से ठीक पहले हुआ है। हाल ही में भाजपा की हिमाचल प्रदेश इकाई के प्रमुख सुरेश कश्यप ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। सुरेश कश्यप ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को अपना इस्तीफा सौंपा था। सुरेश कश्यप ने पद से इस्तीफा देने के पीछे व्यक्तिगत वजहों का हवाला दिया था। मालूम हो कि राजीव बिंदल पहले भी हिमाचल प्रदेश भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं।
22 जुलाई 2020 को राजीव बिंदल के इस्तीफे के बाद सुरेश कश्यप को भाजपा की हिमाचल प्रदेश इकाई का प्रमुख नियुक्त किया गया था। पार्टी सूत्रों का कहना है कि सुरेश कश्यप के कार्यकाल के दौरान पार्टी कोई बड़ी उपलब्धि हासिल करने में सफल नहीं रही। यही नहीं सुरेश कश्यप के कार्यकाल में पार्टी को विधानसभा चुनावों में हार का सामना भी करना पड़ा। विधानसभा चुनावों में हार के बाद पार्टी की ओर से सांगठनिक फेरबदल की अटकलें तेज हो गई थीं।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि सूबे में कई अहम पदों पर कुछ और नए नाम सामने आ सकते हैं। मालूम हो कि राजीव बिंदल ने 27 मई 2020 को अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था। स्वास्थ्य विभाग में अनियमितता की खबरों के बीच तत्कालीन स्वास्थ्य निदेशक के कथित ऑडियो वायरल होने के बाद उनका इस्तीफा सामने आया था। स्वास्थ्य विभाग में उपकरणों की खरीद से जुड़े भ्रष्टाचार के कथित मामले के मद्देनजर बिंदल ने नैतिक आधार पर प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि बाद में प्रदेश सरकार की ओर से इस मामले में उन्हें क्लीन चिट मिल गई थी।