डीडीए 30 जून से अपनी आवासीय योजना का चौथा चरण के तहत शुरू करने जा रहा है। इस चरण में डीडीए कुल 5,540 फ्लैटों की नीलामी करेगा। डीडीए के अधिकारी ने कहा है कि डीडीए द्वारा लोगों के लिए किफायती आवासीय योजना शुरू की जा रही है।
इसमें लोगों को उनकी इच्छा के अनुसार पहले आओ, पहले पाओ के तहत फ्लैटों का चयन करने की छूट प्रदान की जा रही है। डीडीए के फ्लैट बुक कराने के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए। कौन डीडीए का फ्लैट बुक करा सकता है। इसके साथ ही कई अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां हम इस रिपोर्ट में दे रहे हैं।
…तो वापस नहीं किया जाएगा बुकिंग शुल्क
– आवेदक, फ्लैट की बुकिंग रद्द कराते हैं तो उन्हें बुकिंग शुल्क वापस नहीं दिया जाएगा। रजिस्ट्रेशन शुल्क नॉन रिफंडेबल है।
– यदि कोई आवेदक तीन माह की अवधि में फ्लैट की कुल कीमत को जमा कराने में असमर्थ होता है, तो उनका पूरा पैसा डीडीए फ्रीज कर लेगा और वह वापस नहीं मिलेगा।
पहले आओ, पहले पाओ की आवासीय योजना के तीन चरणों में बिके थे 60 प्रतिशत फ्लैट
– डीडीए प्रशासन की तरफ से सितंबर, 2022 में पहले आओ,पहले पाओ की आवासीय योजना को तीन चरणों में मार्च 2023 तक शुरू किया गया था।
– इसमें डीडीए ने दिल्ली में करीब 4 हजार ईडब्ल्यूएस और एलआईजी की योजना को शुरू किया गया। इसमें 2800 ईडब्ल्यूएस और 1200 एलआईजी फ्लैट थे।
– सितंबर, 2022 से मार्च 2023 तक 2,000 ईडब्ल्यूएस और 400 एलआईजी फ्लैट बिके।
कोई भी खरीद सकता है फ्लैट, नहीं है कोई बाधा
– डीडीए के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि डीडीए की पहले आओ, पहले पाओ आवासीय योजना में यह नियम लागू नहीं है कि अगर दिल्ली में किसी आवेदक का पहले से ही 67 मीटर (करीब 80 गज) का मकान मौजूद है, वो वह 30 जून को शुरू होने वाली योजना में फ्लैट बुक नहीं करा सकता है। इस योजना में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है।
– डीडीए के एलआईजी, एमआईजी और एचआईजी फ्लैटों को कोई भी बुक करा सकता है। इसमें कोई समय सीमा निर्धारित नहीं है। डीडीए की यह योजना, घोषणा करने बाद तब तक जारी रहेगी जब तक इससे संबंधित अन्य कोई फैसला डीडीए प्रशासन द्वारा जारी नहीं किया जाता है।
– दिल्ली में किसी के पास एक मकान या कई मकान या जमीन है। तो वह अपनी इच्छा व प्राथमिकता के अनुसार कितने भी फ्लैटों की बुकिंग करा सकता है। इसमें कोई बाध्यीकरण डीडीए द्वारा नहीं लगाया जाएगा।
– 10 जुलाई के बाद भी कोई भी रजिस्ट्रेशन कराते हुए फ्लैट की बुकिंग करा सकता है।
इतने शुल्क में फ्लैट होगा बुक
– ईडब्ल्यूएस के लिए बुकिंग शुल्क 50,000 रुपये जमा कराना होगा।
– एलआईजी फ्लैट के लिए बुकिंग शुल्क 1 लाख रुपये जमा कराना होगा।
– एमआईजी फ्लैट के लिए बुकिंग शुल्क 4 लाख रुपये जमा कराना होगा।
– एचआईजी फ्लैट के लिए बुकिंग शुल्क 10 लाख रुपये जमा कराना होगा।
सिरसपुर, रोहिणी व नरेला में क्यों नहीं खरीदें फ्लैट
– उत्तर पश्चिमी दिल्ली के सिरसपुर, नरेला और रोहिणी सेक्टर-34 व 35 में डीडीए ने पहले भी कई बार आवासीय योजना के तहत फ्लैट की योजना लॉन्च की थी। हालांकि, इन सभी जगहों पर लोगों ने कनेक्टिविटी और नौकरियों के बेहतर संसाधन व सुरक्षा व्यवस्था के कारणों के अभाव की वजह से फ्लैट नहीं खरीदे।
– उत्तर पश्चिमी दिल्ली में डीयू के दो बड़े कॉलेज अदिति महाविद्यालय बवाना में और स्वामी श्रद्धानंद कॉलेज अलीपुर में स्थित है, जो नरेला के रूट पर आता है। साथ ही अलीपुर से आगे एनआईआईटी भी स्थित है।
– डीयू का अदिति महाविद्यालय रिठाला मेट्रो स्टेशन से 29 किमी दूर है और स्वामी श्रद्धानंद कॉलेज 24 किमी दूर है। वहीं, इन दोनों कॉलेजों के छात्रों का कहना है कि बवाना और नरेला में रहने वाले छात्रों, स्थानीय लोगों के लिए नरेला व बवाना मेट्रो की कनेक्टिविटी रिठाला मेट्रो स्टेशन के साथ जोड़ना बेहद जरूरी है। तभी डीडीए की आवासीय योजना को और भी ज्यादा बल मिलेगा।
– स्थानीय लोगों और छात्रों का कहना है कि नरेला, बवाना में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम और नौकरियों के लिए बेहतर संसाधनों को तैयार करने के लिए विभिन्न विभागों को नियमित इंतजाम करने की आवश्यकता है।
नरेला में तैयार हो रहा स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स व इंटीग्रेटेड फ्लैट कॉम्पलेक्स
– डीडीए के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि रिठाला मेट्रो से नरेला व बवाना इलाकों में मेट्रो के परिचालन के लिए डीएमआरसी की तरफ से कार्य सुनिश्चित किए जा रहे हैं।
– नरेला व बवाना इलाकों में मेट्रो के परिचालन से लोगों को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी।
– साथ ही नरेला के सेक्टर-ए7 में स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स का निर्माण हो रहा है। इसके अलावा इंटीग्रेटेड फ्लैट कॉम्पलेक्स का भी निर्माण हो रहा है।
– सुरक्षा के लिए दिल्ली पुलिस को नरेला में 10 अलग-अलग जगहों पर पुलिस स्टेशन बनाने के लिए जमीन भी आवंटित की गई है।
– दिल्ली पुलिस को नरेला सेक्टर-जी7 और जी8 में दो फ्लैट भी पुलिस स्टेशन के तौर पर कार्य करने के लिए प्रदान किए गए हैं।
– नरेला में बेहतर सुरक्षा व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए सीआरपीएफ, दिल्ली पुलिस व अर्धसैनिक बलों को 1500 फ्लैट भी आवंटित किए गए हैं।