प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बशीरहाट से भाजपा उम्मीदवार और संदेशखाली पीड़िता रेखा पात्रा से मंगलवार को फोन पर बातचीत की। इस दौरान उन्होंने उनसे चुनावी तैयारियों, लोगों के बीच भाजपा के प्रति समर्थन और अन्य मुद्दों की जानकारी ली।रेखा पात्रा ने संदेशखाली में महिलाओं की ओर से सामना की जाने वाली कठिनाइयों के बारे में बताया। इस दौरान पीएम मोदी ने रेखा पात्रा को शक्ति स्वरूपा बताया।
पीएम मोदी और रेखा पात्रा की यह बातचीत नमस्कार से शुरू होती है। प्रधानमंत्री सबसे पहले पूछते हैं कि इस समय कैसा लग रहा है? इस पर रेखा कहती हैं कि बहुत अच्छा लग रहा है। आपका हाथ मेरे सिर पर है। आप हमारे लिए भगवान समान हैं। ऐसा लग रहा है जैसे कि राम जी हमारे साथ हों। यह सुनकर पीएम मोदी कहते हैं, ‘ऐसा है कि माताओं-बहनों का हाथ मेरे सिर पर है। मैं जानता हूं कि आप बंगाल की विपरीत परिस्थितियों में प्रचार कर रही हैं।’ इसके बाद उन्होंने पूछा कि जब उम्मीदवार के तौर पर आपका नाम घोषित हुआ तो आपको कैसा लगा? इसके जवाब में रेखा ने कहा, ‘संदेशखाली की जो मां-बहन हैं सब एकसाथ अत्याचार का शिकार हुई हैं। हमारे साथ जो हुआ उसे तो जेल हुई। हम लोग 2011 से वोट नहीं दे पाए। हम चाहते हैं कि संदेशखाली के सभी लोग शांति से वोट दे पाएं।’
‘संदेशखाली में 2011 से नहीं डाल पाए वोट’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मुझे पूरा विश्वास है कि आपकी बात चुनाव आयोग तक जरूर पहुंचेगी। इलेक्शन कमीशन इसका पूरा प्रबंध करेगा कि सभी लोग मतदान कर पाएं। आपने 2011 से वोट नहीं दिया है। यह बहुत ही दुखद बात है। इससे पता चलता है कि बंगाल में पिछली सरकारों ने किस तरह से व्यवहार किया है।’ पीएम मोदी ने पूछा कि आपको टिकट मिलने पर आपके पड़ोसियों की कैसी प्रतिक्रिया थी? इस पर रेखा पात्रा ने कहा कि सब लोग खुश हैं। टीएमसी की 2-4 मां-बहनों ने इसका विरोध किया, मगर बाद में वे मान गईं। उन्होंने वीडियो कॉल से मुझे मैसेज भेजा और कहा कि उन्होंने ऐसा तृणमूल के नेताओं के कहने पर किया। मेरा किसी से विरोध नहीं है। मैं हर किसी के लिए लड़ाई लड़ रही हूं।
गौरतलब है कि संदेशखाली मामले की पीड़िता रेखा पात्रा को बशीरहाट लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाए जाने के बाद क्षेत्र में कुछ स्थानों पर उनके खिलाफ पोस्टर दिखाई दिए हैं। इन पोस्टर में रेखा पात्रा की उम्मीदवारी की निंदा की गई है, जो निलंबित तृणमूल कांग्रेस नेता शाहजहां शेख और उसके सहयोगियों के हाथों यातना की शिकार हुईं। भाजपा ने पात्रा के खिलाफ पोस्टर लगाने के लिए राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर उंगली उठाई है, जबकि टीएमसी ने इस आरोप को खारिज कर दिया है। पात्रा को बशीरहाट लोकसभा सीट से मैदान में उतारा गया है, जो अभी तक आधिकारिक तौर पर भाजपा में शामिल नहीं हुई हैं। संदेशखाली बशीरहाट निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है। भाजपा की ओर से इस सीट से पात्रा के नामांकन की घोषणा के एक दिन बाद सोमवार को पोस्टर लगे मिले, जिन पर ‘हम रेखा को उम्मीदवार के रूप में नहीं चाहते’ और ‘हम रेखा पात्रा को भाजपा उम्मीदवार के रूप में नहीं चाहते’ जैसी बाते लिखी थीं।