राजस्थान में कांग्रेस को तगड़ा झटका लगा है। राजसमंद से कांग्रेस उम्मीदवर सुदर्शन सिंह रावत ने चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया है। उन्होंने पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा को पत्र लिखा है।
चुनाव लड़ने में समर्थता जताई है। दो महीने के विदेश के दौरे के बाद चीन से लौटे सुदर्शन रावत ने कहा- नहीं लडूंगा लोकसभा चुनाव। सुदर्शन रावत के नाम का एक लेटर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा से चुनाव लड़ने से इंकार किया है। लेटर में किसी युवा और इच्छुक व्यक्ति को चुनाव लड़ाने की बात कही है। उन्होंने कहा कि मैंने टिकट के लिए उम्मीदवारी नहीं जताई थी। मेरा राजनीति से सन्यास लेने का कोई इरादा नहीं है। पार्टा को नौजवान कार्यकर्ताओं को मौका देना चाहिए।उन्होंने कहा मेरे पास समय की उपलब्धता कम है। मैं अपने फैसले पर अडिग हूं। फैसले पर अडिग ही रहना चाहिए। हालांकि, लाइव हिंदुस्तान वायरल लेटर की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है।
लोकसभा चुनाव लड़ने का हक नहीं
रावत ने विधानसभा चुनाव में अपनी हार का जिक्र करते हुए कहा कि हमें पराजय का सामना करना पड़ा और हमने इस जनादेश को स्वीकार किया। इसके बाद लोकसभा चुनाव की रायशुमारी व चर्चा के दौरान उन्होंने कई बार प्रदेश के नेतृत्व को लोकसभा चुनाव लड़ने में असमर्थता जताई। साथ ही उन्होंने व्यापर के सिलसिले में विदेश में व्यस्तता का भी इस पत्र में हवाला दिया है। बता दें सुदर्शन सिंह रावत ने अपने इस पत्र में लिखा है कि साल 2018 में उन्हें कांग्रेस पार्टी ने भीम-देवगढ़ से चुनाव लड़ने का अवसर दिया और वहां की जनता ने सुशासन और विकास की आशा के साथ राजस्थान की विधानसभा में भेजा। साल 2018 से 2023 तक के कार्यकाल को उन्होंने भीम-देवगढ़ के लिए विकास के लिहाज से ऐतिहासिक बताया है। सुदर्शन सिंह रावत ने इस पूरे घटनाक्रम में मेवाड़ के एक बड़े नेता पर पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को अंधेरे में रखकर उनका नाम राजसमंद से प्रस्तावित करने का भी आरोप लगाया है। उन्होंने लिखा कि उन्हें 25 मार्च को सोशल मीडिया के जरिए जब पता चला कि राजसमंद से पार्टी ने उन्हें प्रत्याशी बनाया तो वे आश्चर्यचकित रह गए। अब उन्होंने पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से आग्रह किया है कि उनकी जगह किसी योग्य और इच्छुक उम्मीदवार को मौका दिया जाए।
चुनाव लड़ने से इनकार करने वाले दूसरे प्रत्याशी
लोकसभा चुनाव में राजस्थान में सुदर्शन सिंह रावत दूसरे प्रत्याशी हैं, जिन्होंने टिकट लौटाने की पेशकश की है। इससे पहले जयपुर शहर से कांग्रेस प्रत्याशी सुनील शर्मा ने भी टिकट लौटाने की पेशकश की थी। इसके बाद टिकट बदलकर प्रताप सिंह खाचरियावास को चुनावी मैदान में उतारा गया है। अब सुदर्शन सिंह रावत की इस पेशकश के बाद कांग्रेस आलाकमान के अगले कदम पर सभी की निगाहें बनी हुई हैं।