यूपी सरकार की ओर से पूरे प्रदेश में वीआईपी कल्चर खत्म करने का आदेश जारी किया गया है। सरकार का आदेश मिलते ही पुलिस भी इस काम में पूरी तरह से जुट गई है। चार पहिया गाड़ियां पर लगे हूटर, लाल-बत्ती और नीली बत्ती को हटाने में लगी है।
पुलिस की इस कार्रवाई का असर देवरिया में भी देखने को मिला। यहां कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता व देवरिया लोकसभा के प्रत्याशी रहे अखिलेश प्रताप सिंह के वाहन पर लगे हूटर को पुलिस ने बुधवार को उतरवा दिया। पुलिस द्वारा अवैध रूप से हूटर का प्रयोग करने पर 2 हजार रुपये का चालान भी काटा गया। इसको लेकर पुलिस और कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता के बीच नोक-झोंक भी हुई।
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता और देवरिया सदर लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी रहे अखिलेश प्रताप सिंह बुधवार को कुछ कांग्रेसी नेताओं के साथ रामपुर कारखाना गए थे, वहां से लौटने के बाद वह रुद्रपुर मोड़ पर किसी से मिलने चले गए। वहां से वह लोकसभा चुनाव की जिला कांग्रेस कार्यालय पर होने वाली समीक्षा बैठक में भाग लेने अपनी गाड़ी से आ रहे थे। अभी वह शहर के भटवलिया चौराहे से पहले ही पहुंचे थे कि सदर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक वेद प्रकाश शर्मा ने उनकी गाड़ी को रोक लिया।
उन्होंने कहा कि गाड़ी पर अवैध रूप से हूटर लगाया गया है। इस पर कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि चुनाव के दौरान नुक्कड़ सभा करने को चार पहिया वाहन में छोटा माइक लगाया गया था। चालक को इसे उतवाने को बोल वह लखनऊ चले गये थे, लेकिन वह उतारना भूल गया। उन्होंने माइक नहीं उतारने पर चालक को डांटा भी। इसके बाद कोतवाल ने वाहन पर लगे हूटर को उतरवा दिया। इस दौरान कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता व कोतवाल के बीच बहस होने लगी। कई कांग्रेसी नेता भी पहुंच गए।
कांग्रेस नेता ने कोतवाल के वाहन चालक का डीएल दिखाने को कहा। चालक डीएल नहीं दिखा सका, बाद में मोबाइल पर मंगवाया। इसके बाद उन्होंने कोतवाल के बोलेरो का कागजात दिखाने को कहा, लेकिन चालक वह भी नहीं दिखा पाया। इस पर कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि सरकारी वाहनों के चालक का डीएल व कागजात की पुलिस जांच नहीं करती है। कुछ देर बहस के बाद पुलिस ने वाहन में हूटर लगाने पर कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता की गाड़ी का दो हजार चालान काट दिया।