प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (सीबीआई) की तारीफ करते हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ ऐक्शन जारी रखने को कहा। हालांकि, जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगा रही आम आदमी पार्टी (आप) को यह रास नहीं आया।
दिल्ली की सत्ताधारी पार्टी ने कहा कि पीएम मोदी ने भी कभी इस जांच एजेंसी को ‘कांग्रेस ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन’ कहा था। गौरतलब है कि जांच एजेंसी ने 26 अप्रैल को ‘आप’ के दूसरे सबसे बड़े नेता मनीष सिसोदिया को शराब घोटाले के आरोप में गिरफ्तार कर लिया, जिसका अरविंद केजरीवाल की अगुआई वाली पार्टी विरोध कर रही है।
‘आप’ के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि कालेधन के खिलाफ सीबीआई ने कार्रवाई की। क्या CBI ने मोदी के खिलाफ कार्रवाई की? नीरव मोदी, मेहुल चोकी के खिलाफ कोई कार्रवाई की?’ उन्होंने कहा कि सीबीआई ने फर्जी केस बनाकर भाजपा के इशारे पर सरकारों को गिराने, डराने-धमाकने और जेल में डालने की कार्रवाई की, जो दिल्ली और दूसरे राज्यों में देखने को मिल रहा है।
संजय सिंह ने आगे कहा, ‘पीएम ने जो सीबीआई की तारीफ की है, दरअसल, प्रधानमंत्री जी उसी तरह सीबीआई का इस्तेमाल कर रहे हैं जो सुप्रीम कोर्ट ने टिप्पणी की थी कि सीबीआई सरकार का तोता है। उसी तोते को अपने इशारे पर नचाने का काम मोदी जी कर रहे हैं।’संजय सिंह ने पीएम मोदी का एक पुराना वीडियो प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिखाते हुए कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी जी ने सीबीआई की शान में कसीदे पढ़े हैं। सोचने वाली बात है कि ये तारीफ सीबीआई की कार्यशैली के लिए है या इसलिए की सीबीआई उनकी जेब में है।’
सीबीआई के हीरक जयंती समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि मौजूदा सरकार में भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि देश और इसके नागरिकों की इच्छा है कि किसी भी भ्रष्ट व्यक्ति को बख्शा नहीं जाना चाहिए। मोदी ने कहा, ‘आज देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति में कोई कमी नहीं है। आपको (सीबीआई) कहीं भी हिचकने, कहीं रुकने की जरूरत नहीं है।’ पीएम ने कहा कि सीबीआई ने अपने काम से, अपने कौशल से सामान्यजन को एक भरोसा दिया है। आज भी जब किसी को लगता है कि कोई केस असाध्य है तो आवाज उठती है कि मामला सीबीआई को दे देना चाहिए।