यूपी विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान सीएम योगी ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव को चाचा शिवपाल के नाम पर निशाने पर लिया था। शनिवार को अखिलेश यादव ने बजट पर चर्चा के दौरान सीएम योगी पर उसी तरह से पलटवार किया।
अखिलेश यादव ने कहा कि आप उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं। आप चाचा के नाम पर हमें छेड़ते हैं। मैं किसी के नाम पर आप को नहीं छेड़ना चाहता। आपने कहा कि मैंने प्रभु श्रीराम का नाम नहीं लिया। जब राम दिल में बसते हैं तो नाम लेने की जरूरत क्या है। राम पहले भी थे, आज भी हैं और आगे भी रहेंगे। जब आप नहीं थे, तब भी थे, जब आप नहीं रहेंगे तब भी प्रभु राम रहेंगे। यह कहकर कि आप प्रभु राम को लाए हैं, बेहद गंभीर है। आप धर्म को भी अपमानित कर रहे हैं।
अखिलेश ने कहा कि राम के नाम राजनीति की जा रही है। हम राम कृष्ण दोनो को मानते हैं। हम भगवान कृष्ण के वंशज है, हम पांडव वाले पक्ष के है। हमारे लिए राम, कृष्ण सब एक है। सभी विष्णु जी के अवतार है और हम सबको मानते है। अखिलेश ने कहा कि अयोध्या में विकास के नाम पर लोगो के मकान, दुकान ले लिया गया। जमीन का सही मुवाबजा भी नही दिया। राम के नाम पर रामनगरी वासियों से लूट हुई है। अयोध्या में जमीनों की लूट हो रही है। अखिलेश ने यह भी कहा कि हम अयोध्या जाएंगे। भगवान के बुलाने पर जाएंगे। आप के बुलाने पर नही जाएंगे।
सीएम योगी पर हमला करते हुए अखिलेश ने कहा कि राम मंदिर उद्घाटन से पहले अयोध्या में आपने न जाने कितनी ट्रिप लगाई थी। सड़क, पेड़, लाइट सबकुछ देखने बार-बार जाते थे। मुझे वह गिनती नहीं पता कि आप कितनी बार वहां गए थे। लेकिन खुशी की बात है कि किसी आयोजन में अपनी जिम्मेदारी कोई निभाए तो उसे धन्यवाद देना चाहिए। आपने कोई चीज ऐसी नहीं है जिसे छोड़ी न हो। सरकार ने 31 हजार करोड़ से ज्यादा खर्च किया।
अखिलेश यादव ने बिना पीएम मोदी का नाम लिए पूछा कि जब पहली बार दिल्ली वालों की यात्रा हुई तो आप किस नंबर की गाड़ी में बैठे थे। कहा कि एक बार मैंने समाजवादी पूर्वांचलवे का वीडियो शेयर किया तो दिल्ली वालों ने इनके साथ फोटो शूट किया था। अखिलेश ने कहा कि आप पर वह लाइन सटीक बैठती है…हूजूर आला आज तक खामोश बैठे इसी गम में, महफिल लूट ले गया कोई जबकि सजाई हमने।
अखिलेश ने कहा कि आप पहले तो वहां के प्रचार में दिखे लेकिन उद्घघाटन वाले दिन जब सही समय आया तो फोकस से आउट थे। जब फोकस में नहीं थे तो हम लोगों को बहुत मुश्किल से दिखे। जब महंगा लाल कार्पेट बिछा महोदय कहीं नहीं दिखाई दिए। लाल कार्पेट पर मार्क था, कहां मुढ़ना है। यह भी निर्देश था कि उस पर कोई और नहीं दिखेगा। आप तो लाइन में भी नहीं थे, साइड लाइन में थे।
अखिलेश ने कहा कि आपने लाखों दिये जलाए लेकिन खुद को रोशनी में नहीं ला पाए। इसे कहते हैं सच में चिराग तले अंधेरा होना। अखिलेश ने कहा कि आप उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं आप चाचा के नाम पर हमें छेड़ते हैं। मैं किसी के नाम पर आप को नहीं छेड़ना चाहता। सुना है किसी ने तस्वीर ट्वीट की थी, वह भी डिलीट करनी पड़ी।