दिल्ली विधानसभा में गुरुवार को मणिपुर पर चर्चा हुई। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसमें हिस्सा लेते हुए केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने पीएम मोदी पर चुप्पी साधने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें कम से कम शांति की अपील ही करनी चाहिए थी।
केजरीवाल मणिपुर तक सीमित नहीं रहे बल्कि चीन से अडानी तक का मुद्दा उठाकर पीएम पर तीखे वार किए। उन्होंने पीएम मोदी पर चीन के सामने सरेंडर करने का आरोप लगाते हुए पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की तारीफ भी की।
मणिपुर पर चर्चा को लेकर सदन में जमकर हंगाम हुआ। नारेबाजी कर रहे भाजपा के चार विधायकों को मार्शल बाहर ले गए तो अन्य ने विरोध जाहिर करते हुए वॉकआउट किया। दिल्ली के सीएम ने यह कहकर भाजपा पर निशाना साधा कि ये लोग कह रहे हैं कि मणिपुर कोई मुद्दा नहीं है। केजरीवाल ने कहा कि भाजपा के सभी नेता और पीएम मोदी भी यही संदेश दे रहे हैं कि उनका मणिपुर से कोई लेनादेना नहीं है। आम आदमी पार्टी के संयोजक ने कहा कि वहां लंबे समय तक हिंसा होती रही, लेकिन पीएम मोदी ने एक ट्वीट तक नहीं किया।
चीन को जमीन दिए जाने की अफवाह: केजरीवाल
केजरीवाल ने कहा कि जब भी देश पर कोई आपदा आई पीएम मोदी ने चुप्पी साध ली। उन्होंने कहा कि महिला पहलवानों ने जब कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह पर आरोप लगाए तब भी पीएम ने कुछ नहीं कहा। उन्होंने जांच कराने तक की बात नहीं कही। इसके बाद दिल्ली के सीएम ने चीन नीति पर सवाल उठाए। उन्होंने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और पीएम मोदी की अक्टूबर 2019 में मुलाकात और फिर जून 2020 गलवान घाटी में हमले का जिक्र करते हुए कहा कि चीन ने दिल्ली से डेढ़ गुना अधिक आकार की भूमि पर कब्जा कर लिया। उन्होंने अफवाहों का हवाला देते हुए यहां तक कहा कि पीएम मोदी ने किसी डील के तहत यह जमीन चीन को दे दी है।
नेहरू की क्यों की तारीफ
केजरीवाल ने चीन के मुद्दे पर मोदी सरकार पर जमकर हमले किए। उन्होंने विदेश मंत्री एस जयशंकर के एक बयान का हवाला देकर कहा कि वह कहते हैं कि चीन बड़ी इकॉनमी है और हम छोटी तो हम क्या कर सकते हैं। उन्होंने इसके बाद देश के पहले पीएम जवाहर लाल नेहरू की तारीफ करते हुए कहा, ‘ये लोग (बीजेपी) पानी पी-पीकर जवाहर लाल नेहरू को गालयां देते हैं। कम से कम उस नेहरू ने चीन के आंखों में आंखें डालकर युद्ध तो किया था। इन्होंने तो देश को सरेंडर कर दिया चाइना के सामने। उन्होंने 2 हजार स्क्वायर किलोमीटर ले लिया।’ केजरीवाल ने कहा कि भारत को चीन से आयात खत्म कर देना चाहिए था। उन्होंने कहा, ‘इसके लिए पीएम मोदी को कहता हूं कि आंख दिखाने की हिम्मत तो दिखाओ। हाथ में हाथ डालकर मंदिर में घूमने से इश्क होता है, कूटनीति नहीं होती। डिप्लोमैसी के लिए आपको आंखें दिखानी पड़ती है।’