अमेरिकी राजनयिकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को कश्मीर में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं से मुलाकात से की।अमेरिकी राजनयिक प्रतिनिधिमंडल के तरफ से राजनीतिक मामलों के मंत्री-सलाहकार ग्राहम मेयर, प्रथम सचिव गैरी एप्पलगार्थ और राजनीतिक सलाहकार अभिराम घड्यालपाटिल मंगलवार को श्रीनगर पहुंचे और पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद गनी लोन से मुलाकात की।पार्टी सूत्रों ने बताया कि बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा हुई। बैठक में पार्टी प्रवक्ता अशरफ मीर भी मौजूद थे। अमेरिकी राजनयिक प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को यहां पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से उनके गुप्कर निवास पर मुलाकात की थी।राजनयिकों के साथ अपनी बैठक के दौरान उमर अब्दुल्ला ने उनसे यात्रा सलाह पर पुनर्विचार करने और जम्मू-कश्मीर की यात्राओं पर प्रतिबंधों को कम करने का आह्वान किया। उमर अब्दुल्ला के साथ प्रतिनिधिमंडल की बैठक के दौरान लोकसभा सदस्य सैयद रूहुल्लाह मेहदी भी मौजूद थे।प्रतिनिधिमंडल ने श्रीनगर के पूर्व मेयर जुनैद अजीम मट्टू से भी मुलाकात की। मट्टू पिछले साल अगस्त में भी राजनयिकों से मिल चुके हैं। जुनैद के अनुसार, प्रतिनिधिमंडल ने ‘श्रीनगर के परिवर्तन, पर्यटन विकास की संभावनाओं और निवेश के अवसरों’ पर चर्चा की।ग्राहम मेयर ने आखिरी बार अगस्त 2023 में घाटी का दौरा किया था और तब उन्होंने श्रीनगर में राजभवन में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से मुलाकात की थी।सूत्रों ने बताया कि यह यात्रा सभी दलों से मिलने और जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों से पहले स्थिति का आकलन करने के लिए एक कूटनीतिक प्रयास का हिस्सा है। बता दें कि राजनयिकों ने मुलाकात का कार्यक्रम अनुच्छेद 370 के निरस्तीकरण की पांचवीं वर्षगांठ के कुछ ही दिनों के बाद रखा।दरअसल, 23 जुलाई को अमेरिका ने जम्मू-कश्मीर और मणिपुर के लिए लेवल दो की एडवाइजरी जारी की थी। अपने बयान में अमेरिका ने अपने नागरिकों से मणिपुर, जम्मू-कश्मीर, भारत-पाकिस्तान सीमा और देश के मध्य और पूर्व के नक्सल प्रभावित इलाकों में न जाने को कहा है।अमेरिकी राजनयिक पहले भी जम्मू-कश्मीर का दौरा करते रहे हैं। कश्मीर में अलगाववादी हिंसा के चरम पर रहने के दौरान भी अमेरिकी राजनयिक अलगाववादी नेताओं से मिलते थे।