अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्मोत्सव के तीसरे दिन लगभग 12 हजार छात्रों ने देखी शिक्षात्मक बाल फिल्में
Sharing Is Caring:

लखनऊ, 12 अप्रैल। सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में आयोजित किये जा रहे 12वें अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव (आई.सी.एफ.एफ.-2023) के तीसरे दिन लखनऊ के विभिन्न विद्यालयों से पधारे लगभग 12,000 छात्रों ने शिक्षात्मक बाल फिल्में देखी। इससे पहले, दीप प्रज्वलन समारोह के साथ बाल फिल्मोत्सव के चौथे दिन का बिधिवत शुभारम्भ हुआ। सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी के साथ वरिष्ठ पत्रकार श्री भूपेन्द्र पाण्डेय एवं फिल्म व टीवी कलाकार देव जोशी व अनिरुद्ध दवे ने दीप प्रज्वलित किया। इस अवसर पर श्री भूपेन्द्र पाण्डेय, देव जोशी व अनिरुद्ध दवे ने अपने संबोधन में बच्चों को अच्छी शिक्षात्मक फिल्में देखने को प्रेरित किया। इस अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्मोत्सव में 104 देशों की 612 शिक्षात्मक बाल फिल्में निःशुल्क दिखाई जा रही हैं।

            ‘अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव के अन्तर्गत हजारों बच्चों ने आज द गोल्ड चेन, अहिल्याबाई होल्कर, न्यू शूज, स्वच्छता का अविष्कार, फ्री टु फ्लाई, रिल्पान्सबिलिटी, माई गार्डेन, सही राह, गुलाबी नोट, व्हेन यू वर वाइल्ड, स्पार्क ऑफ लाइफ, जैसी अनेक उत्कृष्ट फिल्मों का आनन्द उठाया। आयोजित एक प्रेस कान्फ्रेन्स में फिल्म व टीवी कलाकार देव जोशी ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि शिक्षात्मक फिल्में बालकों के कोमल मस्तिष्क पर सकारात्मक व गहरा प्रभाव डालेंगी और उनमें महान बनने के विचार पैदा करेंगी। फिल्म व टीवी कलाकार अनिरुद्व दवे ने कहा कि  सी.एम.एस. का यह अन्तर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल छात्रों व युवा पीढ़ी को शिक्षाप्रद फिल्मों के माध्यम से अच्छाई की राह पर बढ़ने की प्रेरणा दे ही रहा है। इस अवसर पर प्रख्यात शिक्षाविद् व सी.एम.एस. संस्थापक डा. जगदीश गाँधी ने कहा कि बाल फिल्मों का यह महोत्सव सिर्फ लखनऊ के ही नहीं अपितु प्रदेश व देश के बच्चों को भी नैतिकता व चारित्रिक उत्थान का पाठ पढ़ा रहा है।

Sharing Is Caring:

Related post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version