समाजवादी पार्टी (एसपी) के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश विधानसभा में गुरुवार को सीएम योगी आदित्यनाथ के उस बयान पर सवाल पूछा है जिसमें योगी ने कहा था कि उन्हें यहां से ज्यादा प्रतिष्ठा मठ में मिल जाती है।
अखिलेश ने शुक्रवार को सोशल साइट एक्स पर एक ट्वीट के जरिए सवाल पूछा है कि दिल्ली का गुस्सा लखनऊ में क्यों उतारा जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कुछ बड़े नेताओं की खींचतान पर तंज करते हुए सपा के मुखिया अखिलेश ने पूछा है- “सवाल ये है कि इनकी प्रतिष्ठा को ठेस किसने पहुंचाई? कह रहे हैं सामने वालों से, पर बता रहे हैं पीछे वालों को। कोई है पीछे?”
लोकसभा चुनाव 2024 में यूपी से भाजपा की सीटें घटने और सपा से भी नीचे रहने के बाद भाजपा नेताओं के बीच रस्साकशी पर अखिलेश रह-रहकर मजे ले रहे हैं। कुछ समय पहले उन्होंने बिना नाम लिए डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को 100 लाओ, सरकार बनाओ का ऑफर दिया था। विधानसभा में बुधवार को सपा नेता शिवपाल सिंह यादव ने भी सीएम योगी से कहा था कि आपके डिप्टी सीएम आपको गच्चा देंगे। योगी ने इससे पहले विपक्ष के नए नेता माता प्रसाद पांडेय को बधाई देते हुए शिवपाल पर तंज कसा था कि चाचा को गच्चा दे दिया गया। इस पर शिवपाल ने योगी से कहा था कि तीन साल आपके साथ रहे तो आपने भी गच्चा दिया।
यूपी भाजपा की राजनीति में इस समय केशव प्रसाद मौर्य के बयान हलचल मचा रहे हैं। पहले मौर्य ने कहा कि संगठन सरकार से बड़ा है। फिर कहा कि सरकार चुनाव नहीं जिताती। 2014 और 2017 में भाजपा की सबसे बड़ी जीत के वक्त सरकार नहीं थी। विश्लेषक इसे यूपी में केशव प्रसाद मौर्य की बढ़ती महत्वाकांक्षा और उससे योगी कैंप में बढ़ रही असहजता के तौर पर ले रहे हैं। अखिलेश ने कहा था कि केशव मौर्य मोहरा हैं और दिल्ली की वाईफाई के पासवर्ड हैं।
लखनऊ में बुधवार को हुई बारिश के दौरान हुड़दंगियों द्वारा मुसाफिरों और महिलाओं से बदसलूकी पर यूपी विधानसभा में बुधवार को चर्चा हो गई। इस पर जवाब देते हुए योगी ने कहा था- “गोमती नगर की जो घटना हुई, उस घटना में भी हमने जवाबदेही तय की है। उसके अपराधियों की सूची भी आई है। पहला अपराधी है पवन यादव। दूसरा अपराधी है मोहम्मद अरबाज। ये सद्भावना वाले लोग हैं। अब इनके लिए सद्भवाना ट्रेन चलाएंगे? इनके लिए बुलेट ट्रेन चलेगी। चिंता मत करिए। बुलेट ट्रेन की तैयारी की जा रही है।”
इसके बाद योगी ने अयोध्या का एक मामला उठाया। योगी ने कहा- “मोइन खान समाजवादी पार्टी का नेता है। अयोध्या के सांसद की टीम का सदस्य है। 12 वर्षीय नाबालिग बच्ची के साथ रेप में शामिल पाया गया है। अभी तक सपा ने कार्रवाई नहीं की है। अब कोई समाजवादी पार्टी ना बोले। यह अति पिछड़ी जाति से जुड़ा मामला है। इस प्रकार के अपराधियों को आप कहते हैं, साहेब गोली मार रहे हैं। क्या माला पहनाएंगे क्या? जो प्रदेश के व्यापारी और बेटी की सुरक्षा में सेंध लगाने का काम करते हैं। जो प्रदेश में अराजकता पैदा कर सामान्य लोगों का जीना हराम करते हैं। मेरा दायित्य बनता है।”
योगी ने आगे कहा- “मैं यहां नौकरी करने नहीं आया हूं। मैं यहां इस बात के लिए आया हूं कि अगर वो करेगा तो भुगतेगा भी फिर। इसीलिए मैं यहां आया हूं। हम लोग इससे लड़ेंगे। ये सामान्य लड़ाई नहीं है। ये प्रतिष्ठा की लड़ाई नहीं है। मुझे प्रतिष्ठा प्राप्त करनी होती तो मुझे इससे ज्यादा प्रतिष्ठा मेरे मठ में मिल जाती है। कोई आवश्यकता नहीं मेरे लिए।”