बिहार में 4 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव से पहले सोमवार को एनडीए की महाबैठक हुई। इस मीटिंग में राज्य में एनडीए के सभी विधायक, एमएलसी शामिल रहे। इसके अलावा सांसद, केंद्रीय मंत्री आदि भी मौजूद रहे।
जेडीयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा ने मीटिंग के बाद कहा कि नीतीश कुमार ने भाजपा के साथ ही रहने की बात कही। उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार ने भाजपा के साथ ही बने रहने की बात कही है। झा ने कहा कि नीतीश कुमार के मुताबिक भाजपा हम आजमा चुके हैं। वह हमारी पुरानी साथी है। इसलिए उसके ही साथ रहना है। इस दौरान उन्होंने विधानसभा चुनाव में 220 से ज्यादा सीटें हासिल करने का भी टारगेट रखा।
इसके साथ ही नीतीश कुमार ने एनडीए के सभी नेताओं से अपील की है कि वे जनता के बीच जाकर बताएं कि आरजेडी के शासनकाल में बिहार में कैसा अंधकार युग था। उन्होंने कहा कि आप जनता को बताएं कि 2005 में नीतीश कुमार के आने के बाद से राज्य में कैसे विकास को गति मिली है। संजय झा ने कहा, ‘सीएम ने एनडीए के सभी नेताओं से मिलकर काम करने को कहा। उन्होंने कहा कि आप लोग हर स्तर पर जाएं और एक आवाज में बिहार की ग्रोथ की बात करें। पहली पीढ़ी के वोटर्स को बताएं कि राज्य में कैसे विकास हो रहा है।’
उन्होंने कहा कि आप लोग मुस्लिम समुदाय के लोगों को बताएं कि आरजेडी के राज में कैसे अशांति होती थी और सांप्रदायिक सद्भाव नहीं था। नीतीश कुमार ने कहा कि हमने समाज के सभी वर्गों के लिए काम किया है। मुस्लिमों को भी सरकार की अलग-अलग स्कीमों का लाभ मिला है। नीतीश कुमार ने कहा, ‘हमने हजारों कब्रिस्तानों की चारदीवारी कराई। 60 साल पुराने मंदिरों का निर्माण कराया। समृद्धि वहीं होती है, जहां शांति रहती है। हमने राज्य में कानून का शासन स्थापित करने का प्रयास किया है। नए मतदाताओं को पता होना चाहिए कि एनडीए के राज में कैसे तेजी से प्रगति हुई है। हम कैसे राज्य को अंधकार के युग से निकालकर लाए हैं।’
उन्होंने लालू और राबड़ी देवी के राज का खासतौर पर जिक्र करते हुए कहा, ‘लोगों को पता होना चाहिए कि आरजेडी के शासनकाल में क्या हाल था और क्यों उस पर विश्वास नहीं करना चाहिए।’ नीतीश कुमार ने कहा कि आरजेडी ने राज्य को बहुत नुकसान पहुंचाया है। वह लगातार राज्य को पीछे ले गई। सूबे को दंगों की आग में धकेल दिया। अगले 5 साल राज्य के लिए अहम होंगे।